‘स्मार्ट हैकथॉन’ ने छात्रों में उद्यमिता के प्रति निर्माण की जागरूकता
कुलगुरू डॉ. बारहाते का कथन
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* स्पर्धा में 500 विद्यार्थियों ने लिया हिस्सा
अमरावती/दि.16-संत गाडगे बाबा विद्यापीठ के रिसर्च एंड इन्क्यूबेशन फाउंडेशन द्वारा आयोजित ‘स्मार्ट हैकथान’ प्रतियोगिता ने छात्रों में अनुसंधान और उद्यमिता के प्रति जागरूकता निर्माण की है. इस प्रतियोगिता में छात्रों द्वारा शोध के माध्यम से प्रस्तुत किये गये नये विचार निश्चित रूप से समाज की जरूरतों को पहचानने में उपयोगी होंगे. इसे एक प्रोजेक्ट में बदलना चाहिए, इस आशय का कथन संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ के कुलगुरू डॉ. मिलींद बारहाते ने किया.
कार्यक्रम में बतौर अध्यक्ष वे बोल रहे थे. इस अवसर पर राज्यपाल द्वारा मनोनीत प्रबंध परिषद के सदस्य डॉ. रवींद्र कडू, रजिस्ट्रार डॉ. अविनाश असनारे, पूर्व कुलगुरू प्रसाद वाडेगांवकर और इन्क्यूबेशन सेंटर की प्रमुख डॉ. स्वाति शेरेकर आदि मान्यवर उपस्थित थे. डॉ. बारहाते ने कहा कि, प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने बडी संख्या में हिस्सा लिया. आज छात्रों के बीच नौकरी की तलाश के बजाय अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता एक नया चलन है. जो निश्चित रूप से रोजगार पाने और रोजगार प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इसे देखते हुए भविष्य सुनहरा है. छात्रों को इस समय समय के साथ को अपडेट रहने की सलाह दी. कुलसचिव अविनाश असनारे सहित अन्य मान्यवरों ने भी मार्गदर्शन किया.
विजेताओं को किया सम्मानित
विद्यापीठ में हुई ‘स्मार्ट हैकथॉन’ प्रतियोगिता दस श्रेणियों में आयोजित की गई. जिसमें सभी पांच जिलों से 500 छात्रों की भागीदारी वाली 130 टीमें पंजीकृत थी. स्मार्ट हैकथॉन प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार वेदांत भेंडकर को ‘बोन लिंक’ पर उनके सोच के लिए, दूसरा पुरस्कार ‘एग्रीटेक एंड फूड, गांव गोबर’ पर शोध के लिए डॉ. गजानन भारसाकले, तीसरा पुरस्कार अभिषेक मोडक और अर्जुन माहोरे को ‘ड्रोन एविक्स’ पर उनके शोध के लिए दिया गया. प्रोत्साहन पुरस्कार दीपा वैद्य, डॉ. नितिन, वानखडे और संदीप मांडले सहित अन्य छात्रों को दिया गया. प्रस्तावना डॉ. स्वाति शेरेकर ने रखी. मुख्य कार्यकारी अधिकारी आनंद यादव ने कॉल फॉर सीड फंड के बारे में एक प्रस्तुति दी और इसका उद्घाटन कुलपति ने क्लिक दबाकर किया. संचालन अमोल हिरुलकर ने किया.