मोबाइल के लिए बेटे ने लगाई फांसी, उसी रस्सी से पिता ने भी की आत्महत्या
नांदेड जिले के मिनकी गांव की दिल दहला देनेवाली घटना
नांदेड /दि. 10– नए मोबाइल के लिए जिद्द करनेवाला बेटा बाहर चले जाने से पिता उसकी तलाश में निकल पडे. इस जिद्दी बेटे ने अपने खेत के निम के पेड पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. यह बात पता चलते ही हताश हुए पिता ने बेटे का शव किसी तरह नीचे उतारा. पश्चात उसी रस्सी से फांसी लगाकर पिता ने भी आत्महत्या कर ली. दिल दहला देनेवाली यह घटना नांदेड जिले के मिनकी ग्राम में गुरुवार 9 जनवरी को सुबह उजागर हुई. मृतक पिता-पुत्र का नाम राजेंद्र लक्ष्मण पैलवार (43) और ओमकार राजेंद्र पैलवार (16) है.
मिनकी ग्राम के अल्पभूधारक किसान राजेंद्र पैलवार यह पत्नी और तीन बेटों के साथ गांव में रहते है. उनका बडा बेटा 12 वीं कक्षा उत्तीर्ण है. वह खेती देखता है. दूसरा बेटा उदगीर में 11 वीं कक्षा में है. छोटा बेटा ओमकार यह उदगीर में ही शंकर माध्यमिक विद्यालय की आश्रमशाला में कक्षा 10 वीं में शिक्षा ले रहा था. पैलवार के पास दो एकड जमीन है. उस पर महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक खतगांव शाखा का 4.5 लाख रुपए का कर्ज है. साथ ही कुछ निजी कर्ज भी राजेंद्र पैलवार ने लिया है. मोबाइल लेने के लिए कुछ दिनों तक रुकने की सलाह राजेंद्र पैलवार ने अपने बेटे ओमकार को दी थी. इस कारण ओमकार निराश होकर रात को घर से बाहर चला गया था. उसी रात ओमकार ने खेत में जाकर खुदकुशी कर ली. बेटा घर न आने से पिता दूसरे दिन सुबह उसकी तलाश में निकल पडे. वह खेत की तरफ गए तब उन्हें यह घटना दिखाई दी. इस कारण बेटे का शव पेड से नीचे उतारकर राजेंद्र पैलवार ने भी उसी रस्सी से फांसी लगा ली. इस प्रकरण में बिलोली थाने में आकस्मिक घटना दर्ज की गई है.
* दो दिन पूर्व ही लौटा था गांव
कर्ज अदा करने की चिंता, अतिवृष्टि के कारण फसल की बर्बादी और बेटों की शिक्षा पर खर्च के कारण पैलवार परिवार को आर्थिक परेशानी का सामना करना पडता था. ऐसे में संक्रांत पर्व निमित्त दो दिन पूर्व ही उदगीर में शिक्षा लेनेवाले दो बेटे गांव लौटे थे. इसमें से ओमकार यह बुधवार 8 जनवरी को दोपहर में पिता को नए कपडे, शालेय साहित्य और नया मोबाइल लेने के लिए पैसे मांग रहा था.