इस्कॉन मंदिर रुक्मिणी नगर में 26 से श्री कृष्ण जन्माष्टमी महामहोत्सव
बलराम जयंती से जारी है श्रीमद् भागवत कथामृत
* रमाकांत प्रभु की वाणी में कथा श्रवण का भक्तगण ले रहे लाभ
* 27 को भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद की व्यासपूजा
* भजन, कीर्तन, 56 भोग दर्शन व महाआरती सहित कई कार्यक्रम
अमरावती/दि.23-इस्कॉन संस्थापक आचार्य श्रील भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद के शिष्य इस्कॉन पदयात्रा मिनिस्टर, महाराष्ट्र राज्य पत्रकार संघ द्वारा जीवनगौरव सम्मान से पुरस्कृत, विश्वविख्यात कीर्तन सम्राट, त्रिदंडी संन्यासी परम पूज्य लोकनाथ स्वामी महाराज की प्रेरणा से सरस्वति कॉलनी स्थित श्री श्री रुक्मिणी द्वारकाधीश अध्यात्मिक संस्कार केंद्र इस्कॉन, अमरावती की ओर से 26 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन किया गया है. इस महोत्सव का प्रारंभ श्री.बलराम जयंती पवित्र पर्व पर श्रीमद् भागवत कथामृत से हुआ. कथामृत के लिए कथा व्यास के रूप में श्रीधाम वृंदावन येथील श्रीमान रमाकांत प्रभुजी पधारे है. इसके साथ ही बालकों के कलागुणों को प्रोत्साहन मिलने के लिए इस्कॉन भक्त प्रल्हाद स्कूल द्वारा कला महोत्सव जन्माष्टमी 2024 कार्यक्रम की शुरुआत भी हो चुकी है. सोमवार 26 अगस्त को श्री कृष्ण जन्माष्टमी महामहोत्सव होगा.
इस कार्यक्रम की शुरुआत प्रात: 4.30 बजे श्री श्री रुक्मिणी द्वारकाधीश की शुभमंगल आरती से होगी. इसके पश्चात हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे इस महामंत्र का सामूहिक जाप होगा. सुबह 7.30 वाजता दर्शन आरती, पश्चात इस्कॉन संस्थापक आचार्य ए. सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद की गुरुपूजा संपन्न होगी. इसी दिन श्री श्री रुक्मिणी द्वारकाधीश का विशेष शृंगार दर्शन सभी भक्तों के लिए खुला रहेगा. शाम 5 बजे भजन संध्या व हरिनाम संकीर्तन का आयोेजन किया है. इसके साथ ही शाम 6:30 से रात 9 बजे के दौरान भक्त प्रहलाद स्कूल द्वारा श्रीकृष्ण लीला पर आधारित विविध नृत्य व नाटिका प्रस्तुत की जाएगी. इसके पश्चात हरे कृष्ण महामंत्र संकीर्तन के साथ रात 9 बजे से श्री रुक्मिणी द्वारकाधीश का महाअभिषेक वरिष्ठ भक्तों द्वारा किया जाएगा. तत्पश्चात कृष्ण आविर्भाव लीला और मध्यरात्रि को 12 बजे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, 56 भोग दर्शन व महाआरती होगी. और प्रसाद वितरण किया जाएगा. अगले दिन यानि मंगलवार 27 अगस्त को सुबह 9 से दोपहर 12 बजे के दौरान इस्कॉन संस्थापकाचार्य श्रील ए. सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद की 128 वीं व्यास पूजा निमित्त भजन, श्रील प्रभूपाद महाअभिषेक, छप्पन भोग दर्शन, श्रील प्रभुपाद कथामृत होगा. इसके पश्चात श्रील प्रभुपाद की महाआरती होगी. और दोपहर 12 के बाद 25 हजार भक्तों को महाप्रसाद का वितरण कर संपूर्ण दस दिवसीय महामहोत्सव का समापन होगा. इस संपूर्ण कार्यक्रमों में अमरावती वासियों ने उपस्थिति दर्शाकर भगवान श्री श्री राधा कृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त करने का आह्वान इस्कॉन अमरावती के अध्यक्ष अद्वैत आचार्य प्रभू ने किया है.
श्रीधाम कौंडण्यपुर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी महामहोत्सव पर विभिन्न कार्यक्रम
* श्री कृष्ण लीलाओं पर आधारित नृत्य कार्यक्रमों की होंगी प्रस्तुति
इस्कॉन कौंडण्यपुर के श्री श्री रुक्मिणी द्वारकानाथ मंदिर की ओर से 26 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन किया है. इस महामहोत्सव की शुरुआत सोमवार, 26 अगस्त को प्रात: 4.30 बजे श्री श्री रुक्मिणी द्वारकानाथ और गोवर्धन (गिरीराज) भगवान की मंगल आरती से होगी. इसके पश्चात ‘हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे इस महामंत्र का सामूहिक जाप होगा. इसी दिन शाम 6 बजे संध्या आरती, भजन संध्या व रात 8 बजे श्री कृष्ण लीलाओं पर आधारित नृत्य व नाटिका प्रस्तुत की जाएगी. रात 10 बजे से लेकर 12 बजे तक कृष्ण जन्म, महाआरती और महासंकीर्तन संपन्न होगा. पश्चात कृष्ण प्रसाद वितरण किया जाएगा. 27 अगस्त को सुबह 10 बजे इस्कॉन संस्थापकाचार्य श्रील ए. सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद की व्यास पूजा निमित्त उनके लीलामृत का वाचन व वैष्णव भजन संपन्न होगा. दोपहर 12.30 बजे के बाद महाप्रसाद वितरण से संपूर्ण महामहोत्सव का समापन होगा.
इस संपूर्ण कार्यक्रमों में विदर्भ वासियों ने उपस्थित रहकर गिरीराज गोवर्धन भगवान की विशेष कृपा प्राप्त करने का आह्वान इस्कॉन कौंडण्यपुर के अध्यक्ष अक्रुर प्रभु ने किया है.