एसटी सेवा धीरे-धीरे मार्ग पर;2 दिनों में बढ़ी हजार गाड़ियां
50% कर्मचारी उपस्थित, कुल 7 हजार गाड़ियां शुरु, 15 लाख यात्री
मुंबई/दि.16 – विगत पांच महीनों से एसटी कर्मचारियों की हड़ताल से एसटी यातायात पर काफी असर हुआ है. लेकिन अब कर्मचारी काम पर उपस्थित होने से एसटी की फेरियां बढ़ी है. फिलहाल 7 हजार गाड़ियां शुरु होने के साथ ही याात्रियों की संख्या 15 लाख तक पहुंची है. एसटी धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है. आगामी कुछ दिनों में और बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित होंगे, ऐसी जानकारी है.
राज्य की जीवनवाहिनी के रुप में एसटी की पहचान है. ग्रामीण भागों में विशेष रुप से गांव-देहात के यात्री प्रवास के लिए एसटी पर ही अवलंबित हैं. लॉकडाऊन क बाद अनलॉक के समय एसटी गाड़ियों का यातायात पहले के समान आते ही फिर से हड़ताल की चपत बैठी.
दो दिनों में बढ़ी 1 हजार गाड़ियां
पांच महीने पश्चात एसटी में कर्मचारी उपस्थित होने का आकड़ा बढ़ा है. 13 अप्रैल तक 6 हजार गाड़ियां शुरु थी. लेकिन दो दिनों में इसमें एक हजार से वृद्धि होकर यह संख्या सात हजार तक पहुंची है. वहीं यात्री संख्या में ढाई लाख की वृद्धि हुई है.
आय पहुंची 10 करोड़ के पार
कोरोना पूर्व काल में हर रोज 65 लाख यात्री एसटी से यात्रा कर रहे थे. महामंडल को यात्री यातायात से आय 21 करोड़ मिल रही थी. कर्मचारियों की हड़ताल के कारण एसटी यातायात अंशतः शुरु थी. कर्मचारियों की संख्या बढ़ने के बाद अब 7 हजार गााड़ियां शुरु होने से आय का आकड़ा 10 करोड़ के पार पहुंचा है.
4500 कर्मचारी लौटे
एसटी का राज्य सरकार में विलीनीकरण किया जाये, इस और अन्य मांगों के लिए शुरु एसटी कामगारों की हड़ताल शुरु थी. लेकिन न्यायालय के आदेश के बाद बड़ी संख्या में कर्मचारी काम पर उपस्थित हुए हैं. अब तक उपस्थित होने वाले कर्मचारियों की संख्या 45 हजार तक पहुंची है.
- न्यायालय के निर्णय के बाद उपस्थित होने वाले एसटी कर्मचारियों की संख्या बढ़ रही है. राज्य में विविध स्थानों पर की यात्राओं की पार्श्वभूमि पर गाड़ियों की संख्या बढ़ाई गई है. अब 7 हजार गाड़ियां शुरु होने के साथ ही इसे यात्रियों का भी अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है.
– शेखर चन्ने, उपाध्यक्ष व व्यवस्थापकीय संचालक, एसटी महामंडल