महाराष्ट्र

विधिमंडल का शीतकालीन अधिवेशन शुरु

ओमायक्रॉन व कोरोना की पार्श्वभूमि पर अभ्यांगताओं को प्रवेश नहीं

मुंबई/दि.22– महाराष्ट्र विधिमंडल का शीतकालीन अधिवेशन आज बुधवार से मुंबई में शुरु हुआ. इस अधिवेशन में ओमायक्रॉन व कोरोना की पार्श्वभूमि पर अभ्यांगताओं को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. वहीं मंत्रियों के पीए के लिए विधानभवन के सामने वाहनतल परिसर में स्वतंत्र मंडप डालकर व्यवस्था की गई है.
विधानभवन में सोमवार को दो हजार 678 लोगों की आरटीपीसीआर जांच की गई थी. इनमें आठ व्यक्ति कोरोना बाधित होने की बात सामने आयी. मंगलवार को अधिवेशन के संदर्भ में आरटी-पीसीआर जांच, सुरक्षा, कोरोना प्रतिबंधात्मक कार्यवाही, सभागृह की आसन व्यवस्था, अग्निसुरक्षा, उपहारगृह इन उपाय योजनाओं की उच्चस्तरीय बैठक में विधान परिषद के सभापति रामराजे नाईक-निंबालकर, विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरी झिरवाल व विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोर्‍हे ने समीक्षा ली.
ओमायक्रॉन के खतरे को ध्यान में रखते हुए प्रतिबंधात्मक उपाय योजनाओं को कड़ाई से अमल में लाने की सूचना सभापति रामराजे निंबालकर ने दी है. सोमवार को कुल 2 हजार 678 लोगों की आरटीपीसीआर जांच की गई थी. इनमें से आठ लोगों की जांच पॉजीटीव आयी है. टीके के दोनों डोज व इसके साथ ही आरटीपीसीआर जांच विधानभवन प्रवेश हेतु बंधनकारक की गई है. अधिवेशन कालावधि में भीड़ न हो, इसके लिए विधानभवन परिसर में अभ्यांगताओं को प्रवेश नहीं दिया गया. मंत्री, राज्यमंत्रियों के पीए स्वीयसहायकों के लिए बैठने की व्यवस्था विधानभवन के सामने स्थित वाहनतल परिसर में मंडप डालकर की गई है. मंत्रियों के आस्थापना के अधिकारी-कर्मचारियों को अत्यंत मर्यादित संख्या में प्रवेश दिए जाने की जानकारी है. इस बैठक में महाराष्ट्र विधानमंडल सचिवालय के प्रधान सचिव राजेन्द्र भागवत, सहसचिव (समिति) डॉ. अनिल महाजन,उपसचिव राजेश तारवी,अवर सचिव रविन्द्र जगदाले, पुलिस दल,वैद्यकीय विभाग, अग्निशमन यंत्रणा, सार्वजनिक बांधकाम विभाग सहित सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

गॅलरी में भी आसन व्यवस्था
विधिमंडल के उभय सभागृह में विधायकों को सामाजिक सुरक्षा हेतु दूरी रखने की दृष्टि से अधिवेशन कालावधि में विधायकों के लिए बैठने की व्यवस्था एक आसन छोड़कर की गई है. गत वर्ष की तरह ही सभागृह की गैलरी में ही विधायकों को बैठने की व्यवस्था की गई है. विधान परिषद सभागृह में आसन व्यवस्था व्यवस्थित होने से विधायकों के लिए बैठने की व्यवस्था सभागृह में ही की गई है. विधान सभा, विधान परिषद व मध्यवर्ती सभागृह में निगेटीव प्रेशर यंत्रणा कार्यरत होने की जानकारी मिली है.

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