* वर्षाकाल में आपदा निवारण विभाग की जिम्मेदारी बढी
मुंबई/दि.12- राज्य में आपत्ती व्यवस्थापन के काम पर नियंत्रण व समय पर मदद कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की जिम्मेदारी राज्य आपदा व्यवस्थापन विभाग की है. लेकिन विगत 7 महिने से राज्य आपदा निवारण विभाग को संचालक नहीं मिल रहा है. इस विभाग के संचालक एल.एस. माली के तबादले के बाद 21 दिसंबर से संचालनालय का कारभार प्रभारी अधिकारी के भरोसे चल रहा है.
राज्य के किसी भी विभाग में, जिले में कोई भी आपत्ति आती है, तो उस जगह पर तत्काल मदद पहुंचाने, उसके लिए संबंधित यंत्रणाओं में समन्वय साधने का काम राज्य के आपदा व्यवस्थापन संचालनालय से किया जाता है. उसी प्रकार सभी जिलों के आपत्ती व्यवस्थापन विभाग से संपर्क बनाये रखना व उन्हें जरुरी मदद देने, राज्य सरकार को आपत्ती की जानकारी देने, केंद्र से समन्वय रखने आदि महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों संचालक को निभानी पडती है. राज्य का मुख्य कंट्रोल रुम इसी संचालनालय में कार्यरत है. विगत कुछ दिनों से राज्य में तेज बारिश शुरु है. कई जिलों में बाढ की स्थिति है. लेकिन आपदा व्यवस्थापन की जिम्मेदारी जिस विभाग पर है, उस विभाग को अभी तक संचालक नहीं मिल पाया है. तत्कालीन संचालक श्रीमाली के तबादले के बाद से राज्य रास्ते विकास महामंडल के सी.एल. पुलकुंडवार पर आपत्ति व्यवस्थापन संचालक पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है. लेकिन पुलकुंडवार ने आपदा व्यवस्थापन संचालक का पदभार स्विकारा नहीं है. जिससे विगत 7 महिने से आपदा व्यवस्थापन विभाग का संचालक पद रिक्त पडा है.