पुणे./दि.२३ – राज्य के रेस्टांरेंट के जरिए हाल की घड़ी में केवल पार्सल सेवा चलाई जा रही है. लेकिन यह सेवा पूरी तरह से फायदेमंद नहीं है. रेस्टारेंट संचालको को इससे कोई लाभ नहीं मिल रहा है. मुंबई सहित संपूर्ण राज्य के ५ लाख से अधिक परिवार इस व्यवसाय पर निर्भर है. इसी तरह घूमते फिरते रहनेवाले अनेक नागरिको के लिए रेस्टॉरेंट में भोजन शुरू होना आवश्यक है. अनलॉक के चौथे चरण मेंं भोजन के लिए रेस्टॉरेंट शुरू करने की सहूलियत केन्द्र सरकार ने दी है. अब राज्य सरकार ने इसे अमल में लाना चाहिए. अन्यथा ४० फीसदी रेस्टॉरेंट बंद पडऩे का खतरा बढा़ गया है. इसलिए रेस्टॉरेंट में भोजन की व्यवस्था शुरू करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को रेस्टॉरेंट संचालको की ओर से भेजा गया है. निवेदन में बताया गया कि कोरोना लॉकडाऊन की दौर रेस्टॉरेंट पूरी तरह से बंद थे. लेकिन इसके बाद अनलॉक के पहले चरण में पार्सल सेवा शुरू करने की अनुमति दी गई. अब अनलॉक से चौथे चरण में भोजन के लिए रेस्टॉरेंट खोलने की सहूलियत केन्द्र सरकार ने दी है. राज्य सरकार ने उस पर अमल करना चाहिए.अन्यथा ४० फीसदी रेस्टॉरेंट बंद पड़ सकते है. सरकार की ओर से दी गई नियमावली का पालन करते हुए रेस्टॉरेंट शुरू रखने की अनुमति दी जाए. रेस्टॉरेंट व्यवसाय पर दूध, सब्जी विक्रेता, अनाज आपूर्तिधारक अनाज व्यापारी निर्भर रहते है. रेस्टॉरेंट खोल देने पर व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा और टैक्स के माध्यम से सरकार को आय भी प्राप्त होगी.