महाराष्ट्र

राज्य के पत्रकारों का 5 अप्रैल को होगा ई-मेल भेजो आंदोलन

पत्रकारों को कोविड का टीका लगवाने, मृत पत्रकारों के रिश्तेदारों को आर्थिक मदद देने की मांग

मुंबई/दि.३ – सभी आयु समूह के पत्रकारों को तत्काल कोविड वैक्सीन लगवाने व कोरोना से राज्य में जिन 72 पत्रकारों का निधन हुआ है, उनके परिजनों को कम से कम 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाये, पत्रकार सम्मान योजना के निकषों में बदलाव कर जरुरतमंद पत्रकारों को सम्मान योजना का लाभ दिया जाये, इन मांगों को लेकर मराठी पत्रकार परिषद की ओर से सोमवार 5 अप्रैल को ई-मेल भेजो आंदोलन किया जाएगा. यह घोषणा मराठी पत्रकार परिषद के मुख्य विश्वस्त एस.एम. देशमुख ने की है.
उन्होंने कहा कि अपनी मांगों को लेकर राज्य के तहसील और जिला पत्रकार संघ की ओर से मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, सूचना जनसंपर्क राज्यमंत्री और सूचना तथा जनसंपर्क विभाग के महासंचालक को 500 मेल भेजे जायेंगे. इसके अलावा अपनी-अपनी तहसील के विधायक और जिले के पालकमंत्री को भी यह मेल भेजे जायेंगे.
ई-मेल भेजो आंदोलन को सफल बनाने का आवाहन मराठी पत्रकार परिषद के मुख्य विश्वस्त एस.एम.देशमुख, किरण नाईक, शरद पाबले, संजीव जोशी, विजय जोशी,सोशल मीडिया विंग के प्रमुख बापूसाहब गोरे, राज्य महिला आघाड़ी प्रमुख जान्हवी पाटील, अनिल महाजन आदि ने किया है. गुगल नेट पर मराठी पत्रकार परिषद के पदाधिकारियों की शुक्रवार को बैठक हुई. इस बैठक में यह निर्णय लिया गया.
यहां बता दें कि राज्य में कोरोना का कहर बढ़ रहा है. जिसका असर पत्रकारों पर भी होने लगा है. पत्रकारों के परिवार भी संक्रमण से बाधित हो रहे हैं. राज्य में अगस्त 2020 से 31 मार्च 2021 की अवधि में 72 पत्रकारों की कोरोना से जान गई है. 800 से अधिक पत्रकार बाधित हुए हैं. वर्तमान में भी राज्य में कम से कम 100 पत्रकार विविध अस्पतालों में उपचार ले रहे हैं. कोरोना योध्दा रहने वाले पत्रकारों को प्राथमिकता से टीका लगवाया जाये, यह मांग मराठी पत्रकार परिषद की ओर से बार-बार किये जाने के बाद भी सरकार ने इसकी दखल नहीं ली थी. इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कोरोना से मृत हुए पत्रकारों के परिजनों को 50 लाख रुपए की मदद की घोषणा खामगांव में की थी. लेकिन 50 लाख तो दूर 50 हजार रुपए की मदद भी कोरोना संक्रमण से प्राण गंवा चुके पत्रकारों के परिजनों को नहीं दी गई. जिसके विरोध में आवाज उठाने का निर्णय लिया गया. हाल की स्थिति में रास्ते पर उतरकर आंदोलन करने की बजाय सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर विराजमान लोगों तक अपनी भावनाएं और आक्रोश व्यक्त करने के लिये ज्यादा से ज्यादा ई-मेल भेजने का निर्णय लिया गया है.जिसके तहत मुख्यमंत्री सहित उपमुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, सूचना व जनसंपर्क राज्यमंत्री, महा संचालक को ई-मेल भेजने का निर्णय लिया गया है. राज्य के प्रत्येक तहसील व जिला संघ अपने पदाधिकारियों के हस्ताक्षर और उनके लेटर हेड से यह ई-मेल भेजेंगे. इसमें उपरोक्त मांगों के साथ ही बालशास्त्री जांभेकर सम्मान योजना के निकषों में बदलाव और ज्यादा से ज्यादा जरुरतमंद पत्रकारों को सम्मान योजना का लाभ दिलवाने की मांग की जायेगी.सरकार की ओर से मांगों के संदर्भ में 15 अप्रैल तक सकारात्मक निर्णय नहीं लिये जाने पर राज्य के पत्रकार एक दिन का राज्यव्यापी आत्मक्लेष आंदोलन करेंगे.

  • दो माह तक सभी कार्यक्रम रद्द

मराठी पत्रकार परिषद का व्दिवार्षिक अधिवेशन मई माह में होने वाला था. लेकिन इसे अनिश्चितकाल के लिये टाल दिया गया है. इसके अलावा मराठी पत्रकार परिषद के सभी कार्यक्रम, बैठकें दो माह के लिये रद्द कर दी गई है. इस ऑनलाइन बैठक में बुलढाणा के राजेन्द्र काले, बीड के अनिल वाघमारे, विशाल सालुंके, रायगढ़ के विजय मोकल, नगर के मन्सूर भाई के अलावा अन्य जिले के पदाधिकारी शामिल हुए. बैठक से पहले बीते आठ माह में कोरोना संक्रमण से मृत हुए पत्रकारों को श्रध्दांजलि अर्पित की गई.

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