डॉ. पंजाबराव देशमुख के 126 वें जयंती निमित्त 25 को राज्यस्तरीय केला परिषद
शिवाजी कृषि महाविद्यालय व जैन इरीगेशन सिस्टीम लि. जलगांव का आयोजन
* सुबह 9 बजे मोर्शी रोड के शिवाजी कृषि महाविद्यालय में होगी परिषद
* पत्रकार परिषद में संस्थाध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने दी जानकारी
अमरावती /दि. 14– देश के पहले कृषिमंत्री शिक्षण महर्षी व शिवाजी शिक्षण संस्था के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. पंजाबराव उर्फ भाऊसाहेब देशमुख की 126 वी जयंती निमित्त 25 दिसंबर को श्री शिवाजी कृषि महाविद्यालय परिसर में एक दिवसीय राज्यस्तरीय केला परिषद आयोजित की गई है. इस परिषद का उद्घाटन अकोला के डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ के कुलगुरु डॉ. शरद गडाख के हाथों होगा. इस समारोह की अध्यक्षता शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन उर्फ भैयासाहेब देशमुख करेंगे, ऐसी जानकारी आज पत्रकार परिषद में संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने दी.
पत्रकार परिषद में उन्होंने कहा कि, पिछले 200 साल से विदर्भ में और विशेष कर वर्हाड प्रांत में संतरे का उत्पादन भारी मात्रा में होता था और किसानों को अच्छी आय भी होती थी. लेकिन पिछले 10-15 साल से और विशेषत: ग्लोबल वॉर्मिंग और मौसम में बदलाव की समस्या का भारी मात्रा में सामना किए जाने के कारण संतरा उत्पादक किसान दुविधा में आ रहे है. इस कारण वे पर्यायी तौर पर नकद फसलों की तलाश में है. आवश्यकता यह खोज की जननी रहती है, ऐसा कहा जाता है. पिछले एक साल में केले को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अच्छे भाव मिले है. केला उत्पादक किसानों को अच्छी आय मिली है. उसे ध्यान में रख विदर्भ में केले का उत्पादन बढाने के मकसद से यह राज्यस्तरीय परिषद का आयोजन किया गया है. इस परिषद को सफल बनाने के लिए संस्था के कोषाध्यक्ष दिलीपबाबू इंगोले की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है.
शिवाजी शिक्षण संस्था अमरावती और जैन इरीगेशन सिस्टीम लि. जलगांव के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई इस परिषद में केंद्र सरकार के तमिलनाडू के राष्ट्रीय केला संशोधन संस्था के संचालक डॉ. आर. सेल्वराजन, अंतरराष्ट्रीय केला फसल विशेषज्ञ व जैन इरीगेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. के.बी. पाटिल और सोलापुर जिले के माढा के गंगा फार्मा प्रोड्यूसर कंपनी के व्यवस्थापकीय संचालक डॉ. युवराज शिंदे केला उत्पादन से लेकर निर्यात तक विषय पर किसानों का मार्गदर्शन करनेवाले है. इस परिषद के सुबह 10 बजे होनेवाले उद्घाटन चर्चासत्र में देशोन्नती के प्रमुख संपादक प्रकाश पोहरे व प्रगतिशील केला उत्पादक किसान व पूर्व सांसद अशोकराव मोहोड मार्गदर्शन करेंगे. इस अवसर पर विधान परिषद पर विधायक के रुप में निर्वाचित हुए एड. किरण सरनाईक का सत्कार किया जाएगा, ऐसा भी हर्षवर्धन देशमुख ने कहा.
* भाऊसाहेब ने जलगांव में शुरु किया कारखाना जैन इरीगेशन चला रहा
शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने इस अवसर पर बताया कि, डॉ. भाऊसाहेब देशमुख ने 1954 में भारत कृषक समाज की स्थापना की. पश्चात तत्काल 1960 में जलगांव के 9 हजार किसानों को एकजुट कर जलगांव में केले पर प्रक्रिया करनेवाला और केले के पावडर बनानेवाला कारखाना शुरु किया था. डॉ. भाऊसाहेब के निधन के बाद यह कारखाना बंद हो गया और काफी वर्ष बंद रहा. पश्चात इस कारखाने को जैन इरीगेशन से संस्थापक अध्यक्ष स्व. भंवरलाल जैन ने खरीदकर पपई से पेपेन बनाने के लिए उसे चलाया. केले की फसल का और किसान उत्पादक कंपनी का महत्व डॉ. भाऊसाहेब ने 70 वर्ष पहले ही पहचाना था. उनकी इस दूरदृष्टी की अब पुनरावृत्ति हो रही है, ऐसा भी उन्होंने कहा.
* परिषद में किसान बडी संख्या में हो शामिल
इस राज्यस्तरीय केला परिषद के लिए शिवाजी शिक्षण संस्था व जैन इरीगेशन ने मिलकर अमरावती-मोर्शी मार्ग पर संस्था की 13 एकड जमीन पर अत्याधुनिक तकनीकी ज्ञान का इस्तेमाल कर ग्रैंड नैन, नेंद्रन, पुवन, बंथल, रेड बनाना आदि जाति के केले का उत्पादन किया है. यह केले अब पूरी तरह आ गए है. किसानों को परिषद निमित्त केले की यह फसल और विभिन्न जाति देखते आ सकेंगी. किसानों को बडी संख्या में इस केला परिषद में उपस्थित रहने का अनुरोध भी इस अवसर हर्षवर्धन देशमुख ने किया. साथ ही उन्होंने कहा कि, किसानों को शिवाजी कृषि महाविद्यालय में केले की फसल के साथ ही विविध तरह की सब्जी तथा कपास व तुअर के फसलों को भी देखते आ सकेगा.