महाराष्ट्र

सक्षम महिला स्वस्थ बालक संकल्पना पूर्ति के लिए राज्यस्तरीय बाल आधार पंजीयन

महिला व बालविकास मंत्री एड. यशोमती ठाकूर का प्रतिपादन

मुंबई./दि.16– आधार पहचान पत्र के कारण प्रत्येक निवासी को एक विशिष्ट पहचान मिली है. लॉकडाउन के समय आधार पहचान पत्र का उपयोग जरुरतमंदों की मदद के लिए हुआ. बालकों का शारीरिक एवं मानसिक विकास की नीव मजबूत करने के काम अंगणवाड़ी कर रही है. यदि महिला सक्षम होगी तो बालक सुदृढ़ होगा और पर्याय से राज्य सुपोषित होगा, ऐसा प्रतिपादन महिला व बालविकास मंत्री एड. यशोमती ठाकूर ने किया.
राज्यस्तरीय बाल आधार पंजीयन शुभारंभ एवं नागरी बाल विकास केंद्र पथदर्शी कार्यक्रम की समीक्षा व विस्तार योजना का शुभारंभ महिला व बालविकास मंत्री एड. यशोमती ठाकूर के हाथों किया गया. कार्यक्रम में युआयडीएआय के उपसंचालक सुमनेश जोशी, एकात्मिक बाल विकास सेवा योजना के आयुक्त रुबल अग्रवाल, युनिसेफ की पोषण विशेषज्ञ राजलक्ष्मी नायर, उपायुक्त गोकुल देवरे उपस्थित थे.
इस समय मंत्री एड. यशोमती ठाकूर ने कहा कि बालक यह देश की भावी पीढ़ी है. बालकों का शारीरिक व मानसिक विकास की नीव मजबूत करने का काम अंगणवाड़ियां कर रही है. एकात्मिक बाल विकास सेवा योजना अंतर्गत बालकों को पूरक पोषण आहार,माताओं को आहार व स्वास्थ्य जांच यह सेवा अंगणवाड़ी के माध्यम से की जाती है. कुपोषण निर्मूलन कार्यक्रम में सीसीटी, वीसीडीसी मार्फत सॅम व मॅम के बालकों को आहार दिया जाता है. स्तनदा मातां को चौरस आहार दिया जाता है. इसकी फलश्रुती के रुप में गत दो वर्ष में माता मृत्यु व बालमृत्यु कम हुई है. यशोमती ठाकूर ने कहा कि मुंबई के नागरी बाल विकास केंद्र पथदर्शी कार्यक्रम की समीक्षा लेकर आवश्यक स्थान पर इस केंद्र का विस्तार करने का नियोजन है. जिससे कुपोषण मुक्ति की दृष्टि से आगामी समय में विविध योजना चलाई जाएगी.
इस समय आयुक्त रुबल अग्रवाल ने कहा कि मुंबई के एम पूर्व व एम पश्चिम प्रभाग अंतर्गत चेंबूर, गोवंडी, शिवाजीनगर, मानखुर्द, ट्रॉम्बे व मुलुंड पूर्व इन 6 प्रकल्पों में कुल 71 नागरी बाल विकास केंद्र कार्यान्वित किए गए हैं. मुंबई के एम पूर्व व एम पश्चिम प्रभाग में अति कम वजन के बच्चों का प्रमाण अधिक होने की जानकारी मिलने पर चेंबूर, गोवंडी, शिवाजीनगर, मानखुर्द, ट्रॉम्बे व मुलुंड पूर्व प्रकल्प के इन बच्चों पर उपचार करने के लिए पोषण पुनर्वसन केंद्र व बच्चों का वजन, ऊंचाई की बालरोग तज्ञों द्वारा जांच कर अति तीव्र कुपोषित बच्चों का पंजीयन कर व बच्चों के वजन में वृद्धि होकर उनका श्रेणीवर्धन होने के लिए वैज्ञानिक पद्धति से तैयार किए गए ऊर्जा युक्त पोषण पूरक आहार बच्चों के पालकों के सुपुर्द किये जाने की जानकारी उन्होंने दी.
एकात्मिक बाल विकास सेवा योजना अंतर्गत सन 2021-22 इस वित्तीय वर्ष में प्रत्येक बाल विकास प्रकल्प कार्यालय को 3 के अनुसार 1659 आधार पंजीयन संच राज्य के सभी 553 बाल विकास प्रकल्प कार्यालयों को आपूर्ति कर उपलब्ध करवाये गए हैं. यह महाआयटी आधार पंजीयन एजन्सी के रुप में काम करेगी. कार्यक्रम का प्रास्ताविक एकात्मिक बाल विकास सेवा योजना आयुक्त रुबल अग्रवाल ने किया व आभार उपायुक्त गोकुल देवरे ने माना.

महिला व बालविकास मंत्री ठाकूर की मंत्रालय की चित्रमय प्रदर्शनी को भेंट
मुंबई- सूचना व जनसंपर्क महासंचालनालय की ओर से मंत्रालय के त्रिमूर्ति प्रांगण में राज्य शासन को दो वर्ष पूर्ण होने निमित्त चित्रमय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था. इस प्रदर्शनी को महिला व बालविकास मंत्री एड. यशोमती ठाकूर ने भेंट दी व महासंचालनालय के उपक्रम का गौरव किया. इस समय सूचना व जनसंपर्क महासंचालनालय के संचालक गणेश रामदासी व संचालक दयानंद कांबले उपस्थित थे.
इस समय महिला व बालविकास मंत्री एड. ठाकूर ने कहा कि दो वर्ष जनसेवा के, महाविकास आघाड़ी के इस संकल्पना पर आधारित सुंदर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. शासन ने कोविड काल में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय, योजना व उपक्रमों की जानकारी देने वाली यह प्रदर्शनी है. महिला एवं बालकों के विकास के लिए काम करते समय कोरोना का संकट रहने पर भी अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए महिला व बालविकास विभाग ने उसे अमल में लाया. इस अवसर पर एड. यशोमती ठाकूर ने प्रदर्शनी के 360 डिग्री सेल्फी पॉईंट को भेंट देकर शासन का प्रसिद्धी फलक लेकर वीडीओ सेल्फी भी लिया.

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