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७ दिसंबर से शुरू होनेवाला था शीतसत्र
मुंबई/दि.१७ – कोरोना संकट के चलते विधानमंडल का शीतकालीन अधिवेशन आगे टाला जा सकता है. राज्य की महाआघाडी सरकार इस पर विचार कर रही है. अधिवेशन आगामी ७ दिसंबर से शुरू होनेवाला था. यह सत्र नागपुर की बजाय मुंबई में पहले ही शिफ्ट हो चुका है. शीतकालीन सत्र और बजट सत्र एक साथ किया जा सकता है.
गौरतलब है कि, राज्य सरकार ने चरणबध्द तरीके से लॉकडाउन में ढील दी है पर सरकार लगातार कह रही है कि अभी भी कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है. ठंड के मौसम में इसके और फैलने की संभावना है. इससे कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ सकती है. सरकार के एक मंत्री की माने तो शीतकालीन सत्र टालने पर विचार हो रहा है. दीवाली के मौके पर बाजार में खरीदारी के लिए खूब भीड जुटी. त्यौहार के मौके पर कोरोना को लेकर लोग निश्चिंत दिखाई दिए. ऐसे में सरकार को आशंका है कि अगले दस दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ सकती है. दस दिनों के आंकडों पर सरकार की खास नजर रहेगी.
करानी पडी थी जांच
नवंबर के अंतिम सप्ताह में विधानमंडल कामकाज सलाहकार समिती की बैठक होगी. इस बैठक में कोरोना के आंकडों पर विचार करते हुए अधिवेशन के बारे में फैसला लिया जाएगा. इसके पहले विधानमंडल के मानसून अधिवेशन के दौरान विधायकों, विधानभवन के कर्मचारियों और अधिवेशन कवर करनेवाले पत्रकारों की कोरोना जांच हुई थी. उस वक्त ३१ विधायक व कर्मचारी संक्रमित मिले थे. अब शीतकालीन सत्र में भी यह जांच प्रक्रिया होगी. मंत्री ने कहा कि दिसंबर के अधिवेशन के बाद फरवरी में ही बजट सत्र का आयोजन करना पडेगा. दो माह बाद फिर से विधायकों, कर्मचारियों की कोरोना जांच करनी पडेगी. बार-बार यह प्रक्रिया परेशान करनेवाली है.