रेल्वे बुकिंग में होने वाली दलाली को रोको
टिकट आरक्षण फुल होते ही भडके अजित पवार
* रेल्वे मंत्रालय के नाम जारी किया पत्र
मुंबई/दि.24 – गणेशोत्सव काल के दौरान कोंकण की ओर जाने वाली रेलगाडियों का आरक्षण अभी से ही हाउसफुल चल रहा है और किसी भी गाडी का अग्रीम आरक्षण शुुरु होने के बाद महज एक मिनट के भीतर पूरी टे्रन हाउसफुल हो जाती है, इसका सीधा मतलब है कि, इस काम में रेल्वे अधिकारियों तथा टिकट के दलालों की आपसी मिली-भगत चल रही है. जिसकी वजह से पर्व एवं त्यौहारों के समय अपने गांव जाने की इच्छा रखने वाले लोगों को आरक्षित टिकटों से वंचित रहना पडता है. वहीं भीडभाड वाले समय पर रेल्वे टिकटों के दलाल उची दरों पर रेल्वे टिकटों की विक्री करने का काम करते है. ऐसे में बेहद जरुरी है कि, रेल्वे टिकटों के आरक्षण को लेकर होने वाले दलाली के खेल को तत्काल रोका जाए. साथ ही पूरे मामले की सघन जांच करते हुए इस रैकेट में कौन-कौन लोग शामिल है, इसकी जांच की जाए, इस आशय की मांग राज्य विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजित पवार द्बारा उठाई गई.
इस संदर्भ में केंद्रीय रेल्वे मंत्री अश्विनी विष्णोई व रेल्वे राज्यमंत्री रावसाहब दानवे के नाम पत्र जारी करते हुए अजित पवार ने कहा कि, महाराष्ट्र में गणेशोत्सव पर्व का अपना महत्व होता है और यह पर्व विशेष तौर पर कोंकणवासियों की अस्मिता, श्रद्धा व संस्कृति से जुडा हुआ है. यहीं वजह है कि, प्रत्येक महाराष्ट्रीयन व्यक्ति गणेश उत्सव की पूरी आतुरता से प्रतीक्षा करता है और दुनिया के किसी भी कोने में रहने वाला कोंकणी व्यक्ति गणेशोत्सव मनाने के लिए कोंकण स्थित अपने गांव जरुर पहुंचता है. जिसकी तैयारी और नियोजन नौकरीपेशा रहने वाले कोंकणी व्यक्ति द्बारा पूरे साल भर के दौरान किए जाते है. विगत अनेक वर्षों से मुंबई-गोवा महामार्ग का काम बेहद धीमी गति से चल रहा है. साथ ही इस महामार्ग की स्थिति काफी विकट हो चुकी है. ऐसे में इस रास्ते से यात्रा करना काफी तकलीफदेह साबित होता है. वहीं दूसरी ओर कोंकण के साथ कनेक्टीवीटी बढाने हेतु कोंकण रेल्वे की निर्मिती की गई. जिसे कोंकणवासियों की लाईट-लाईन माना जाता है, लेकिन गणेशोत्सव के दौरान मुंबई से कोंकण की ओर जाने वाली रेलगाडियों पर अभी से ही वेटींग लिस्ट लग गई है. मुंबई के सीएसएमटी से 15 सितंबर को छूटने वाली कोंकण कन्या एक्सप्रेस की वेटींग लिस्ट महज डेढ मिनट के भीतर 1 हजार की संख्या को पार कर गई. वहीं 16 सितंबर का आरक्षण करने हेतु गए यात्रियों को कोंकण जाने वाली सभी रेलगाडियों के समक्ष ‘रिगे्रट’ का मैसेज दिखाई दे रहा है. इसका सीधा मतलब है कि, गणेशोत्सव काल के दौरान कोंकण की ओर जाने वाली रेलगाडियों के आरक्षण में कोई न कोई गडबडी जरुर हो रही है. ऐसे में पूरे मामले की सघन जांच होना बेहद जरुरी है.