महाराष्ट्र

अस्पताल की सुरक्षा यंत्रणा मजबूत करे

तेजी से अमल करने के आदेश स्वास्थ्य सेवा आयुक्तालय ने किये जारी

नागपुर/ दि.30– नागपुर समेत राज्य के विभिन्न अस्पतालों में आग लगने के कारण बडी संख्या में जनहानि हुई. ऐसी घटना फिर से न होने पाये, अस्पताल व्दारा सुरक्षा उपाय के बारे में लापरवाही बरती जाती है, इसे गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य सेवा आयुक्तालय ने अस्पतालों के लिए मार्गदर्शक सूचनाएं जारी की हेै. इन सूचनाओं पर तेजी से अमल करने के आदेश दिये है.
भंडारा के जिला सामान्य अस्पताल के नवजात शिशु केअर युनिट में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई थी. मुंबई के भांडूप स्थित रिम्स मॉल स्थित सनराईज अस्पताल इसी तरह नागपुर के रेल ट्रीट अस्पताल में लगी आग में जनहानि हुई थी. इस घटना के बाद राज्य शासन ने अस्पताल के फायर ऑडिट करने के आदेश दिये थे. नागपुर के तत्कालीन विभागीय आयुक्त डॉ. संजीव कुमार के मार्गदर्शन में सुरक्षा उपाय पर अमल करने के लिए कदम उठाए गए थे. फॉरेंसिक फायर निरीक्षक निलेश उकुंडे की टीम ने अस्पताल में भेंट दी कई त्रुटियां निकाली, सुरक्षा उपाय सूचित किये. इस सूचना को एक वर्ष बीत गया, मगर उसे अस्पताल ने गंभीरता से नहीं लिया. इसे देखते हुए स्वास्थ्य सेवा के संचालक ने जिला शल्यचिकित्सक, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र देकर तत्काल उपाययोजना पर अमल करने के आदेश दिये.
यह है उपाय योजना
– अस्पताल विभाग में सिलेंडर के उपर के स्तर से अल्कोहल बाहर निकालने की व्यवस्था करे, इसके लिए वैक्युम क्लिनर का उपयोग किया जाए.
– आईसीयु और वार्ड में आसानी से ज्वलनशिल पडदे की जगह अग्नीरोधक कपडे, सामग्री का उपयोग करे.
– आईसीयु संभव हो तो तलमाले पर बनाए. संभव न हो तो उसके लिए भरपुर बचाव मार्ग उपलब्ध होना चाहिए.
– राज्य के सभी कोविड अस्पताल के तत्काल फायर ऑडिट किये जाए.
– आईसीयु से बाहर निकलने के लिए पर्यायी दरवाजे की व्यवस्था की जाए, जिससे मरीज बगैर परेशानी के बाहर निकल सके.
– आईसीयु में आपातकालीन स्थिति में धुआं तत्काल बाहर निकालने के लिए फोर्टेबल एक्झॉस्ट ब्लोअर की व्यवस्था की जाए.
– सभी अस्पतालों ने अस्पताल की रचना के अनुसार एफआरपी (फायर रिस्पॉन्स प्लान) तैयार करे.
– सभी स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं में स्थानिय भाषा में दमकल से संबंधित सूचना, मार्गदर्शन सामने के भाग में लगाए.
– आग की पूर्व सूचना देने वाली यंत्रणा कार्यान्वित होना चाहिए.

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