पुणे/दि.12 – राज्य परिवहन महामंडल के यात्री सेवा से करीबन 6 हजार गाड़ियां बंद होने वाली है. एसटी प्रशासन भाडेतत्व पर 500 गाड़ियां ली जाने वाली है फिर भी यह संख्या कम पड़ने वाली है. इसका सीधा फटका दैनंदिन यात्रा करने वाले करीबन 10 से 15 लाख यात्रियों को बैठने वाला है.
महामंडल के ताफे में 18 हजार गाड़ियां है. इनमें से रोज करीबन 60 लाख यात्री यातायात करते थे. आयुर्मान खत्म होने से 3 हजार गाड़ियां सीधे रिटायर करनी पड़ेगी. वहीं 2 हजार गाड़ियां माल यातायात के लिये इस्तेमाल की जाएगी. 1 हजार गाड़ियां तकनीकी कारणों से डेपो व कार्यशाला में रहती है. ये गाड़ियां सेवा में नहीं होने से रोज 10 से 15 लाख यात्रियों को असुविधा होगी. एसटी का संचित नुकसान 9 हजार करोड़ के आसपास पहुंंचने से नई गाड़ियों के लिये पैसे नहीं है.
एसटी स्वयं का पेट्रोल पंप शुरु करने वाली है. किरायेतत्व पर गाड़ियों को इन पेट्रोल पंप से डिजल खरीदना अनिवार्य होगा. फिलहाल बस को किलोमीटर के हिसाब से 44 रुपए खर्च आता है. किरायातत्व पर की गाड़ियों को 25 से 30 रुपए खर्च आने से किलोमीटर के हिसाब से 14 रुपए की बचत होगी. इस कारण अधिक आय देने वाले प्रमुख मार्ग पर ही ये गाड़ियां दौड़ेगी.
- आयु खत्म होने वाली गाड़ियां यात्री सेवा से मुक्त होगी लेकिन हम चरणबध्द तरीके से इसे अमल में लायेंगे. यात्रियों को असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा.
– डॉ. शेखर चन्ने, व्यवस्थापकीय संचालक तथा उपाध्यक्ष