खामगांव पंस सभापति की गाडी की टक्कर में छात्र की मौत
अकोला ले जाते समय रास्ते में ताडा दम
खामगांव/प्रतिनिधि दि. 30 – तहसील की ज्ञानगंगापुर स्थित एक विद्यार्थी को पंचायत समिति सभापति रेखा मोरे की गाडी ने रविवार को टक्कर मार दी. जिससे घबराए हुए छात्र सामने से आ रहे ऑटो पर जा गिरे, जिसमें वह जख्मी हो गए. जख्मी अवस्था में छात्र को खामगांव स्थित निजी अस्पताल में दाखिल किया. वहां उसकी तबीयत अस्वस्थ्य हो जाने से उसे अकोला में रेफर करते समय बीच रास्ते में उसने दम तोड दिया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार ज्ञानगंगापुर स्थित विद्यार्थी रोहण शिवाजी माहाले (18) पिंपलगांव राजा में मित्र के साथ खामगांव स्थित तंत्रनिकेतन में अर्जी भरने के लिए एमएच 28/ 1122 नंबर की दुपहिया से आ रहा था. इस बीच पिंपलगांव राजा के निकट रहने वाले एक पेट्रोल पंप के पास खामगांव पंचायत समिति के सभापति मोरे के शासकीय वाहन ने उसे टक्कर मार दी. इसी टक्कर से घबराया हुआ रोहण महाले सामने से आने वाले ऑटो पर जा धडका. इसमें गंभीर जख्मी हुए रोहन को शुरुआत में खामगांव स्थित एक निजी अस्पताल में ले जाया गया. किंतु प्रकृति अत्यावस्थ रहने से अकोला में रेफर किया. इसी दौरान बीच रास्ते में उसकी मौत हो गई. सभापति रेखा मोरे का शासकीय वाहन उनके पति युवराज मोरे चला रहे थे. घटना होने के बाद उन्होंने महत्व का काम रहने की बात कहकर घटनास्थल से खामगांव की ओर चलते बने. इस बीच प्रत्यक्षदर्शी व रिश्तेदारों के कहे अनुसार रोहन की मृत्यु को युवराज मोरे ही जिम्मेदार रहने की बात कही जा रही है. सभापति रोखा मोरे के पति युवराज मोरे को शासकीय गाडी चलाने का अधिकार है क्या? इस तरह का प्रश्न उपस्थित करते हुए रोहन के रिश्तेदारों ने युवराज मोरे को गिरफ्तार करने की मांग प्रवीण महाले, लक्ष्मण हेंड, संतोष महाले तथा ज्ञानगंगापुर के सरपंच ज्ञानेश्वर महाले ने की. इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी के लिए पिंपलगांव राजा पुलिस से संपर्क करने पर उन्होंने घटना बाबत विस्तृत जानकारी देना टाल दिया.
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पिंपलगांव राजा पुलिस का बर्ताव संदेहास्पद
घटना की जानकारी मिलने के बाद पिंपलगांव राजा पुलिस घटनास्थल पर दाखिल हुए. पंचनामा किया, किंतु घटना को 48 घंटे से ज्यादा समयावधि बीतने के बाद भी पुलिस की ओर से कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. पिंपलगांव राजा पुलिस युवराज मोरे को बचा रही है. इसमें अर्थपूर्ण व्यवहार होने का आरोप रोहन के रिश्तेदारों का है. वाकुड स्थित हमला मामले के आरोपी को पूरे तीन महिने से बचाने का प्रयास करने वाले पिंपलगांव राजा पुलिस से इस दुर्घटना मामले की अपेक्षा कैसे करना, इस तरह का प्रश्न इस निमित्त उपस्थित हो रहा है.