विद्यार्थियों को अपनी स्कूल-कॉलेज में ही देनी होगी परीक्षा, आधा घंटा ज्यादा समय
अलग सेंटर पर नहीं होगी एक्झाम
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10 वीं, 12 वीं की बोर्ड परीक्षा पर नियमावलि घोषित
मुंबई/दि.20 – शालेय शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड ने दसवीं-बारहवीं की परीक्षा के संदर्भ में बडी घोषणा की है. कोरोना के बढते संक्रमण की परिस्थिति को देखते हुए दसवीं-बारहवीं की परीक्षा विद्यार्थी जिस स्कूल में पढ रहे उस शाला व महाविद्यालयों में ही होगी. शालेय शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड ने इस बाबत महत्वपूर्ण जानकारी दी है. दसवीं व बारहवीं की लिखित परीक्षा यह तय तारीख के अनुसार ही होगी. किंतु प्रात्याक्षिक परीक्षा में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किये गए है. साथ ही कोरोना की पृष्ठभूमि पर परीक्षा के समय में भी महत्वपूर्ण बदलाव किये गए है. दसवीं की लिखित परीक्षा 29 अप्रैल से 20 मई के दौरान ऑफलाइन पध्दति से होगी तथा बारहवीं की परीक्षा 23 अप्रैल से 21 मई के बीच होगी.
उन्होंने कहा कि दसवीं व बारहवीं के 80 अंकों के पेपर के लिए 3 घंटे का समय दिया जाता था. किंतु इस वर्ष कोरोना के चलते विद्यार्थियों की लिखान की प्रैक्टीस कम होने से 30 मीनट का समय बढा दिया गया है तथा 40 व 50 अंकों के पेपर के लिए 15 मीनट समय बढाकर दिया गया है. दिव्यांग विद्यार्थियों को कुल 1 घंटे के लिए 20 मीनट के अनुसार समय बढाकर दिया जाएगा. वहीं परीक्षा शुरु रहते समय किसी विद्यार्थी में कोरोना के लक्षण पाये गए अथवा वह कोरोना बाधित हुआ हो अथवा कोरोना के चलते लॉकडाउन, कंटेनमेंट जोन संचारबंदी के चलते परीक्षा न दे पाये विद्यार्थियों के लिए विशेष परीक्षा का आयोजन जून महिने में किया जाएगा. महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक परीक्षा बोर्ड व्दारा ली जाने वाली परीक्षा जुलाई व अगस्त महिने में ली जाएगी. यह परीक्षा जिला व तहसील केंद्र पर होगी. दसवीं, बारहवीं परीक्षा का आयोजन करने वाले शाला, महाविद्यालयों को कोरोना संदर्भ के नियमों का पालन करने बाबत राज्य सरकार की ओर से मार्गदर्शक सूचना बाद में जारी की जाएगी, ऐसा भी उन्होंने स्पष्ट किया.
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इस बार प्रात्याक्षिक परीक्षा रद्द
दसवीं के विद्यार्थियों की प्रात्याक्षिक परीक्षा इस बार रद्द की गई है.उसकी जगह कोरोना के चलते विशिष्ठ लेखन कार्य यानी असाइनमेंट देना होगा. असाइनमेंट पेश करने के लिए 21 मई से 10 जून तक मुदत दी गई है तथा बारहवीं के लिए प्रात्याक्षिक परीक्षा 22 मई से 10 जून के बीच होगी. बारहवीं विज्ञान शाखा के प्रात्याक्षिकों की संख्या भी कम की गई है. कला, वाणिज्य व व्यावसायिक पाठ्यक्रम पढ रहे बारहवीं के विद्यार्थियों को परीक्षा के बाद 15 दिन में असाइनमेंट पेश करनी होगी. असाइनमेंट अथवा प्रात्याक्षिक परीक्षा देते समय विद्यार्थी अथवा उनके परिवार का कोई सदस्य कोरोना बाधित हुआ तो उन्हें 15 दिन की मुदत वृध्दि दी जाएगी.
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इस तरह बढाया गया परीक्षा का समय
इस वर्ष कोरोना के चलते विद्यार्थियों की लिखान की प्रैक्टीस कम होने से 30 मीनट का समय बढा दिया गया है तथा 40 व 50 अंकों के पेपर के लिए 15 मीनट समय बढाकर दिया गया है. दिव्यांग विद्यार्थियों को कुल 1 घंटे के लिए 20 मीनट के अनुसार समय बढाकर दिया जाएगा, ऐसा शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड ने स्पष्ट किया.
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कोरोना बाधित विद्यार्थी की जून में परीक्षा
कक्षा दसवीं व बारहवीं की परीक्षा शुरु रहते समय किसी विद्यार्थी में कोरोना के लक्षण पाये गए अथवा वह कोरोना बाधित हुआ हो अथवा कोरोना के चलते लॉकडाउन, कंटेनमेंट जोन संचारबंदी के चलते परीक्षा न दे पाये विद्यार्थियों के लिए विशेष परीक्षा का आयोजन जून महिने में किया जाएगा.