* चना, ज्वार, गेहूं, मक्का, प्याज का भी अच्छा उत्पादन
पुणे/दि.16 – राजस्व महकमे ने ई-फसल निगरानी ऑनलाइन पंजीयन में 12 मास फसलों के जो आंकडे जाहीर किए है, उसमें प्रदेश में गन्ना नकद फसल के रुप में सर्वाधिक दर्ज है. कुल फसल पंजीयन में से 4 लाख से अधिक हेक्टेयर पर गन्ना की पैदावार हो रही है. दूसरे नंबर पर केला और तीसरे नंबर पर संतरा का पंजीयन हुआ है. नकद फसलों के साथ ही मौसमी फसलों में चना, ज्वार, गेहूं, प्याज, मक्का के आंकडे भी राजस्व महकमे के एप से उपलब्ध हो रहे है. उससे पैदावार का अंदाजा संभव है.
राजस्व विभाग गत 4-5 वर्षो से फसलों को ऑनलाइन रुप से दर्ज करता आ रहा है. यह पंजीयन ई-फसल निगरानी में उपाय योजना में उपयोगी रहती है. किसान अपने खेत की फसल के फोटो भी अपलोड कर सकते है. किसान व्दारा फसल का ई-पंजीयन न होने पर पटवारी कार्यालय से वह किया जाता है. 2022-23 वर्ष में हुए ई-फसल निगरानी पंजीयन में अब तक गन्ना सर्वाधिक रकबा के रुप में दर्ज हुआ है. वहीं केले का रकबा 1 लाख 18 हजार हेक्टेयर होने के साथ पता चलता है कि जलगांव के अलावा अन्य भागों में भी केले की पैदावार हो रही है. संतरा के बगीचे 85 हजार हेक्टेयर में फैले है. अनार 66 हजार हेक्टेयर में लिया जा रहा है. गन्ने का रकबा भी लगभग इतना ही होने की जानकारी दी गई. यह भी बताया गया कि अगले बरस सभी फसलों का रकबा और पंजीयन बढेगा.