सख्त प्रतिबंध लगाने पर सरकार के मंत्रियों के ही अलग-अलग सुर
कोरोना के तीसरी लहर की आशंका के बीच

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वडेट्टीवार और टोपे ने कहा सख्त प्रतिबंध लगाने पर अभी चर्चा नहीं हुई
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राऊत ने कहा था कि दो-तीन दिन में नागपुर में लगेगा सख्त प्रतिबंध
मुंबई/नागपुर/दि.८ – कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंका के बीच राज्य में एक बार फिर सख्त प्रतिबंध लगाने को लेकर राज्य सरकार के मंत्रियों के ही सुर अलग-अलग हैं. सोमवार को नागपुर में मंत्री नितीन राउत ने दो-तीन दिन में सख्त प्रतिबंध लगाए जाने की जानकारी दी थी. वहीं मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और आपत्ति व्यवस्थापन व पुनर्वसन मंत्री विजय वडेट्टीवार की राय इससे अलग रही.
मुंबई में टोपे ने कहा कि सरकार का फिलहाल कोरोना पाबंदियां बढाने का कोई विचार नहीं है तो वहीं नागपुर में वडेट्टीवार ने कहा कि तीसरी लहर की आहट है, लेकिन अभी तक नागपुर सहित संपूर्ण महाराष्ट्र में सख्त प्रतिबंध का विषय चर्चा में नहीं है. वडेट्टीवार ने कहा कि हाल के दिनों में मुंबई और अन्य शहरों में मरीजों की संख्या थोडी बढती दिखाई दे रही है. मैं विभाग का मंत्री हूं, लेकिन प्रतिबंध लगाना और बढाना, यह अधिकार मुख्यमंत्री के पास है. फिलहाल राज्य में सख्त प्रतिबंध लगाने की राज्य सरकार की मंशा नहीं है.
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सीएम करेंगे अंतिम फैसला
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि राज्य सरकार का फिलहाल कोरोना पाबंदियां बढाने का कोई विचार नहीं है लेकिन संक्रमितों के लिए हर रोज 700 मेट्रिक टन से अधिक ऑक्सिजन की खपत होने लगेगी तो पाबंदिया लागू की जाएंगी. स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस संबंध में पहले ही आदेश जारी किए जा चुके है. टोपे ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश के उर्जा मंत्री तथा नागपुर के पालकमंत्री नितीन राउत ने जिले की स्थिति की समीक्षा के बाद पाबंदियों को लागू करने के संबंध में बयान दिया है, लेकिन नागपुर में भी पाबंदियों को लेकर मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ही अंतिम फैसला करेंगे.
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मंदिर की बजाय अस्पताल खोलना ज्यादा जरूरी- सीएम ठाकरे
मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने प्रदेश में मंदिरों को शुरू करने की मांग करनेवाली भाजपा और मनसे पर पलटवार किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मंदिरों को शुरू करने की मांग हो रही है लेकिन मेरे ख्याल से मंदिरों की बजाय स्वास्थ्य रूपी मंदिर अस्पताल को खोलना अधिक महत्वपूर्ण है. मंगलवार को मुख्यमंत्री ने कल्याण-डोंबिवली मनपा के विभिन्न परियोजनाओं का ऑनलाईन लोकार्पण किया. इस कार्यक्रम में केंद्रीय पंचायत राज राज्यमंत्री कपिल पाटील भी शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मंदिर बंद है लेकिन अस्पताल के रूप में स्वास्थ्य रूपी मंदिर को शुरू किया जा रहा है. इसके लिए जनता आशिर्वाद दिए बिना नहीं रहेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में आने के बाद मंदिर भी खोले जायेंगे.