महाराष्ट्र

सुरेश पुजारी को कोर्ट ने 25 दिसंबर तक ATS की हिरासत में भेजा

कल ही फिलीपींस से आया था वापस

मुंबई/दी15-मुंबई और कर्नाटक में जबरन वसूली के कई मामलों में वान्टेड गैंगस्टर सुरेश पुजारी को ठाणे की एक अदालत ने बुधवार को 25 दिसंबर तक ATS की हिरासत में भेज दिया है. पुजारी को मंगलवार को ही फिलीपींस से वापस इंडिया लाया गया था. कल आईबी और सीबीआई के अधिकारियों ने पुजारी के दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरने के बाद उसे हिरासत में ले लिया था. केंद्रीय एजेंसियों द्वारा पूछताछ के बाद उसे महाराष्ट्र ATS को सौंप दिया गया था.

मुंबई और ठाणे पुलिस ने जबरन वसूली के कई मामलों के बाद 2017 और 2018 में उसके खिलाफ ‘रेड कॉर्नर नोटिस’ जारी किया था. पुजारी 15 साल से अधिक समय से फरार था और उसे अक्टूबर में फिलीपीन में पकड़ा गया था. उसके खिलाफ ठाणे में जबरन वसूली के कुल 23 मामले दर्ज हैं. सुरेश गैंगस्टर रवि पुजारी का करीबी रिश्तेदार है और 2007 में उससे अलग हो गया था. इसके बाद वह विदेश भाग गया था. बता दें कि शुरुआत में सुरेश ने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन और रवि पुजारी के साथ काम किया और बाद में अपना खुद का गिरोह बना लिया था

दुनियाभर की पुलिस को ऐसे दे रहा था चकमा

सुरेश पुजारी, रवि पुजारी का खासमखास बताया जाता है. दो साल पहले उसके सेनेगल से लाया गया और 15 अक्तूबर को उसकी गिरफ्तारी फिलीपींस में इंटरपोल ने की थी. पुजारी के खिलाफ उगाही के कई मामले दर्ज थे. खुफिया विभाग को जानकारी मिली थी कि सुरेश पुजारी के पास आठ अलग अलग नामों से पासपोर्ट थे, जिससे वह दुनिया भर के पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहता था.

पहले मांगता था हफ्ता नहीं देने वालों पर चलवा देता था गोली

नवी मुंबई, मुंबई और ठाणे में डांस बार मालिकों को सुरेश उगाही के लिए नियमित फोन करता था. उगाही न देने वालों पर गोलियां चलवाता था. 2018 में उसके शूटरों ने कल्याण-भिवंडी हाईवे पर केएन पार्क होटल को निशाना बनाते हुए गोलियां चलाई थीं. एक गोली रिसेप्शन पर बैठे एक कर्मचारी को लगी भी थी. गोली चलवाने के बाद सुरेश पुजारी ने इस होटल के मालिक को फिर फोन किया था और 25 लाख रुपये का हफ्ता मांगा था. उस केस में मुंबई क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अजय सावंत और सचिन कदम ने सुरेश पुजारी गैंग के करीब आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया था.

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