नाशिक के ठाकरे गुट के पदाधिकारियों को तडीपारी की नोटिस
पुलिस से मिलीभगत कर दबाव डाले जाने का आरोप
नाशिक/दि. 18– नाशिक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 20 मई को मतदान होनेवाल है. लेकिन इस पृष्ठभूमि पर नाशिक के शिवसेना उबाठा पदाधिकारियों को तडीपारी की नोटिस दी जा रही है. इस कारण ठाकरे गुट आक्रामक हो गया है. पुलिस से मिलीभगत कर पदाधिकारियों पर दबाव डाले जाने का आरोप किया गया है. पहले दर्ज रहे मामलो की पृष्ठभूमि पर यह नोटिस दिए जाने का उल्लेख किया गया है. चुनाव के मुहाने पर अंतिम चरण में ठाकरे गुट के पदाधिकारियों को पुलिस की तरफ से नोटिस आने से नाशिक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में राजनीति गरमाने लगी है.
नाशिक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में महायुति की तरफ से शिंदे सेना की उम्मीदवारी पर हेमंत बोडखे चुनाव मैदान में है. वहीं शिवसेना उबाठा की तरफ से भी निर्वाचन क्षेत्र में उम्मीदवार दिया गया है. इस कारण एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे शिवसेना नाशिक में आमने-सामने है.
* पराजय होती देख इस तरह की नोटिस
नाशिक लोकसभा चुनाव के मतदान की पृष्ठभूमि पर कुछ वर्ष पूर्व मामला दर्ज रहे व्यक्तियों को मतदान तक नाशिक जिले में न रहने की नोटिस दी जा रही है. लेकिन यह सबकुछ फिजूल किया जाता रहने का आरोप उद्धव ठाकरे गुट ने किया है. पार्टी के उम्मीदवार की हार होती रहने से सत्तारुढ दल की तरफ से इस तरह की नोटिस दिए जाने का आरोप भी शिवसेना उबाठा ने किया है. हमारे प्रमुख पदाधिकारियों को मतदान प्रक्रिया से दूर रखने के लिए ही इस तरह पुलिस का इस्तेमाल कर नोटिस भेजे जाने का आरोप उद्धव ठाकरे ने किया है.