किसान उत्पादक कंपनियां स्थापित कर कृषि योजना का लाभ लें – मंत्री भुसे
द्रव रुपी युरिया से किसानों को अच्छा पर्याय
मालेगांव/नाशिक/प्रतिनिधि दि.१४ – किसान उत्पादक कंपनियां स्थापित करने के लिए बड़े पैमाने पर प्रस्ताव प्रस्तुत करें, कृषि विभाग मार्फत चलायी जाने वाली योजनाओं का लाभ गट खेती व किसान उत्पादक कंपनियों सहित महिला किसानों के सामने रख दिया जाने वाला है. इसलिए किसानों को पूर्व तैयारी करते हुए बड़े पैमाने पर किसान उत्पादक कंपनियां स्थापित कर कृषि योजना का लाभ दिया जाये, ऐसा दादाजी भुसे ने स्पष्ट किया. मनरेगा अंतर्गत फलबाग के लिये राज्य ने 38 हजार हेक्टर का उच्चांक हासिल करने के साथ ही इसमें भविष्य में निश्चित ही बढ़ोत्तरी होगी ऐसा विश्वास व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे की संकल्पना किसानों को दिलासा देने का काम कर रही है.
शासकीय कृषि व्यवसाय व्यवस्थापन महाविद्यालय में आयोजित समीक्षा सभा में कृषि मंत्री दादाजी भुसे बोल रहे थे. इस समय विशेष कार्यकारी अधिकारी रफीक नायकवडी, सुधाकर बोराले, डॉ. प्रकाश पवार, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी विवे क सोनवणे सहित पंचक्रोषी के किसान उत्पादक कंपनियों के सदस्य, किसान बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
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तहसील का अर्थशास्त्र बदलने वाली फसल अनार
तहसील का अर्थशास्त्र बदलने वाली अनार की फसल होने की बात कहते हुए विशेष कार्य अधिकारी नायकवडी ने कहा कि मनरेगा अंतर्गत फल की फसल करने में राज्यभर से अच्छा प्रतिसाद मिलने के कारण तहसील से मिलने वाला अल्प प्रतिसाद आत्मचिंतन करने वाला है. तहसील के करीबन 84 हजार परिवार मनरेगा अंतर्गत फल बाग की बुआई के लिये पात्र रहते हुए भी कृषि विभाग मार्फत किसानों में जनजागृति कर उन्हें प्रवाह में लाने का काम करे.
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जल जंगल व जमीन का संवर्धन यह समय की जरुरत
सेंद्रीय खेती को गति देने समय जल, जंगल व जमीन का संवर्धन यह समय की जरुरत होने के विचार बारीपाडा के सरपंच चैत्राम पवार ने व्यक्त किये. वन, कृषि व आदिवासी विकास विभाग के समन्वय से ग्रामीण भागों का विकास सहज संभव है. वन, धन, विकास कार्यक्रम में वन सब्जियों का सोलर ड्रायर के माध्यम से संवर्धन कर उसका संपूर्ण देशभर में आपूर्ति की जा सकेगी, ऐसा भी पवार ने कहा.