दसवी-बारहवी की परीक्षा संमिश्र पद्धती से ली जाए
विद्यार्थी इंडिया वाइड पैरेंट एसो. की मांग
मुंबई/दि.३१ – कोरोना की पार्श्वभूमि पर शिक्षण पद्धती में बदलाव आया है. ऑनलाइन शिक्षा की वजह से बहुत से बदलाव हुए है. उसी प्रकार दसवी व बारहवीं की परीक्षओं में भी बदलाव क्यों नहीं किया जा रहा ऐसा प्रश्न उपस्थित करते हुए दसवीं व बारहवीं के विद्यार्थी इंडिया वाइड पैरेंट एसो. के मार्फत शालेय शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड को निवेदन सौंपकर दसवीं व बारहवी की परीक्षा संमिश्र पद्धती से लेने की मांग की है.
इस आशय का निवेदन राज्य की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड को सौंपा गया. निवेदन में कहा गया है कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में दसवीं व बारहवीं की परीक्षा ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनो ही पद्धतियों से ली जाए साथ ही ऑफलाइन परीक्षा लिए जाने पर 50 अंक परीक्षा में व 50 अंक अंतर्गत मूल्यमापन में दिए जाए ऐसी मांग की गई. निवेदन में कहा गया है कि दसवीं व बारहवी की परीक्षा अप्रैल, मई महीने के दौरान ली जाएगी. दसवी की परीक्षा में राज्यभर से 16 लाख विद्यार्थी तथा बारवी की परिक्षा में 14 लाख विद्यार्थी सहभाग लेंगे. परीक्षा दरमियान दो विषय के पेपर में उचित अंतर रखकर बोर्ड नियोजन करें, ऐसी मांग शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड से विद्यार्थी इंडिया वाइड पैरेंट एसो. ने की है.