मुंबई से टेक्स्टाईल आयुक्त का कार्यालय दिल्ली जाएगा
राज्य में राजनीतिक वातावरण की तपने की पूरी संभावना
मुंबई /दि.21- कुछ माह पूर्व महाराष्ट्र के कई बडे प्रकल्प गुजरात व अन्य राज्यों में चले जाने के मुद्दे को लेकर महाविकास आघाडी ने शिंदे-फडणवीस सरकार के खिलाफ जमकर मोर्चा खोला था. वहीं अब ऐसे ही एक ओर मुद्दे को लेकर महाराष्ट्र में राजनीतिक वातावरण की तपने की पूरी संभावना है. क्योंकि केंद्र सरकार ने मुंबई में स्थित टेक्स्टाईल आयुक्त के कार्यालय को दिल्ली ले जाने का निर्णय लिया है और केंद्र सरकार द्बारा वस्त्रोद्योग आयुक्त को इससे संबंधित निर्देश भी दिए जा चुके है. जिसे लेकर विपक्ष द्बारा आरोप लगाए जा रहे है कि, मोदी सरकार जानबूझकर मुंबई व महाराष्ट्र के महत्व को कम करने का प्रयास कर रही है.
कांग्रेस नेता सचिन सावंत ने इसे लेकर ट्विट करते हुए कहा कि, जब से केंद्र में मोदी सरकार सत्ता में आयी है तब से महाराष्ट्र के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. जिसके तहत आईएफएससी सहित कई महत्वपूर्ण उद्योग, प्रकल्प एवं राष्ट्रीय संस्थाओं के महत्वपूर्ण कार्यालयों को गुजरात या अन्य स्थानों पर ले जाया जा चुका है. वहीं अब वर्ष 1943 से मुंबई में स्थित वस्त्रोद्योग आयुक्त के कार्यालय को दिल्ली ले जाए जाने का प्रयास किया जा रहा है और इस काम में महाराष्ट्र के ही भाजपा नेताओं द्बारा केंद्र सरकार की सहायता की जा रही है. यह सीधे-सीधे देश का आर्थिक इंजन रहने वाले महाराष्ट्र और मुंबई को पीछे खिंचने का प्रयास है.