* ग्राहकों को बडी राहत
धुले/दि.12-लाल मिर्च के दाम में गिरावट आने से जहां एक ओर किसानों और व्यापारियों को झटका लगा, वहीं दूसरी ओर ग्राहकों को बडी राहत मिली है. एक महीने पहले मिर्च के दाम तेज रहने से ग्राहकों की जेब पर बोझ आने की संभावना जताई जाती थी. लेकिन मिर्च ने ग्राहकों को खासकर गृहणियों को सुखद झटका दे दिया. अब उन्हें सालाना मिर्च के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है.
* आवक बढने से दाम घटे
धुले कृषि उपज बाजार समिति में लाल मिर्च की आवक बढी है. किसानों द्वारा बडे पैमाने पर इस बार मिर्च की लागत की जाने से आवक बढी. इससे दाम में भारी गिरावट आई. मिर्च की कीमत 2 हजार रुपये से लेकर 5 हजार रुपये तक मिल रही है.
अब उम्मीद है कि मिर्च का आयात बढेगा. इसलिए कीमत में और गिरावट आने की संभावना है. धुले कृषि उपज बाजार समिति में चपाटा कश्मीरी गावरानी लाल मिर्च बिक्री के लिए आती है. चपाटा कश्मीरी गावरानी मिर्च की आवक बढी है. आवक बढने से मिर्च को कम दाम मिल रहे है. किसानों में नाराजगी निर्माण हुई है. किसान मांग कर रहे हैं कि गृहिणियों ने मिर्च के लिए अधिक भुगतान करना चाहिए.
एक ओर जहां धुले बाजार समिति में चपाटा और अन्य मिर्च के दाम घटे है, वहीं नांदेड जिले के संकेश्वरी मिर्च के दाम चढे है. कोल्हापुर जिले के गडहिंगलज कृषि उपज बाजार समिति में इस संकेश्वरी मिर्च का आढत, व्यापारी व पदाधिकारियां ने स्वागत किया. संकेश्वरी मिर्च को प्रतिकिलो 800 रुपए दाम मिल रहे है. मुदखेड तहसील के रोहा-पिंपलगांव में इस मिर्च का उत्पादन लिया जाता है.