देश की तुलना में राज्य की शिक्षा का औसत स्तर सुधरा
शालेय शिक्षा राज्यमंत्री बच्चु कडू ने दी जानकारी
मुंबई/दि.26- कोविड संकट काल के दौरान राज्य के 30 प्रतिशत विद्यार्थियों के पास ऑनलाईन शिक्षा से संबंधित कोई व्यवस्था नहीं थी, लेकिन इसके बावजूद राज्य का औसत शैक्षणिक स्तर अन्य राज्यों की तुलना में उंचा उठा है. यह बात कक्षा 3 री, 5 वीं, 8 वीं तथा 10 वीं के कई विषयों एवं इस हेतु किये गये निरीक्षण के जरिये सामने आयी है. ऐसी जानकारी राज्य के शालेय शिक्षा राज्यमंत्री बच्चु कडू द्वारा दी गई है.
राज्यमंत्री बच्चु कडू के मुताबिक केंद्र सरकार ने आज देश की शालेय गुणवत्ता के संदर्भ में राष्ट्रीय संपादणूक सर्वेक्षण 2021 (एनएएस) की रिपोर्ट जारी की. जिसमें महाराष्ट्र की शैक्षणिक गुणवत्ता का स्तर समाधानकारक रहने की जानकारी सामने आयी है. वहीं प्राथमिक शिक्षा से माध्यमिक शिक्षा की ओर जाते समय यह गुणवत्ता कम होने की बात भी इस रिपोर्ट में कही गई है. जिसके चलते इसमें कुछ अधिक सुधार करने की जरूरत दर्शाई गई है. इस रिपोर्ट से सामने आयी जानकारी को उत्साहजनक बताते हुए राज्यमंत्री बच्चु कडू ने कहा कि, महाविकास आघाडी सरकार ने हमेशा ही शैक्षणिक गुणवत्ता को प्राथमिकता दी है. जिसकी वजह से देश के अन्य राज्यों की तुलना में महाराष्ट्र की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार रहने की रिपोर्ट खुद केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई एनएएस की रिपोर्ट में सामने आयी है. इसमें राज्य की शैक्षणिक गुणवत्ता के स्तर को सुधारने हेतु जो सुझाव दिये गये है उन पर अमल करते हुए हम आगे भी अपने शैक्षणिक गुणवत्ता के स्तर को उंचा उठाये रखने के लिए प्रयास करेंगे.