महाराष्ट्र

कपास के दाम बढाए जाने का फायदा व्यापारियों को

उत्तम दर्जे की कपास को 5900 रुपए क्विंटल के दाम

खामगांव प्रतिनिधि/दि.२० – सीसीआय द्बारा कपास की खरीदी शुरु कर दी गई है. किंतु बोंडसड व बोंड इल्ली के प्रादुर्भाव की वजह से कपास का दर्जा घट रहा है. जिसमें कपास को कम दाम मिल रहा है जिसकी वजह से निजी व्यापारियों को किसान कपास बेच रहे है. व्यापारियों ने शुरुआत में कपास निकलने पर कम दाम में कपास की खरीदी की थी. व्यापारियों ने गांव से 5300 रुपए से कपास की खरीदी शुरु की थी अब कपास को 5600 से 5700 का दाम मिल रहा है. प्रति क्विंटल 400 रुपए से दाम बढे है इसका फायदा व्यापारियों को ही होगा.
शुरुआत में खुले बाजारों मेें दाम 5400 से 5500 रुपए प्रति क्विंटल के थे. अब कपास के दाम 5700 रुपए हो गए है, कुछ जगहों पर अच्छे दर्जे के कपास को 5900 रुपए के दाम भी मिल रहे है. जिसकी वजह से किसानों ने शासकीय खरीदी को अपनी पीठ दिखाई हर साल 15 जनवरी के पश्चात कपास के दाम घट जाते है किंतु इस साल इसके विपरित चित्र दिखाई दे रहा है. 15 जनवरी के पश्चात कपास घटेगी और बढती धूप का भी वजन पर परिणाम होगा. जिसकी वजह से 15 जनवरी के पहले ही बडे प्रमाण मेंं किसानो द्बारा कपास की बिक्री कर दी गई थी.
गुलाबी बोंड इल्ली के प्रादुर्भाव से कपास की फसल का नुकसान हुआ है. खामगांव तहसील के बोरी अडगांव, घाटपुरी, पलशी बु. इस क्षेत्र में ेंकपास के उत्पादन में 50 फीसदी कमी आयी है. जिले के अधिकांश क्षेत्रों में किसानों को बोंड इल्ली की वजह से मात्र 50 फीसदी ही उत्पादन हुआ है. जिसमें अब किसानों के घर में बहुत कम कपास रह गया है. कृषि अधिकारी द्बारा फरदड का कपास नहीं लेने का आहवान किया है. फरदड का कपास लिया तो बोंड इल्ली का प्रादुर्भाव अगले वर्ष भी रहेगा तथा प्रादुर्भाव और भी बढेगा ऐसा इशारा कृषि विभाग द्बारा दिए जाने की वजह से फरदड का कपास नहीं दिया गया. जिसकी वजह से आवक में घटी है.

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