महाराष्ट्र

शालाएं खोलने का निर्णय अब स्थानीय प्रशासन के हाथ में

शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड ने दी जानकारी

  • मुंबई में ३१ दिसंबर तक बंद रहेगी शालाएं, मुंबई मनपा ने लिया फैसला

मुंबई/दि.२० – विगत कुछ दिनों से राज्य के शालेय शिक्षा विभाग द्वारा आगामी सोमवार २३ नवंबर से शालाआें व कनिष्ठ महाविद्यालयों को खोलते हुए ९ वी से १२ वीं की कक्षाएं शुरू करने की बात कही जा रही थी. जिसके लिए शालेय शिक्षा विभाग द्वारा सभी संबंधितों को जरूरी दिशानिर्देश देते हुए आवश्यक नियोजन व तैयारियां करने के लिए कहा जा रहा था. वहीं अब राज्य की शालेय शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड (School Education Minister Varsha Gaikwad) ने कहा है कि, राज्य में शालाओं व कनिष्ठ महाविद्यालयों को खोलने एवं ऑफलाईन पढाई शुरू करने के संदर्भ में स्थानीय प्रशासन द्वारा अपने स्तर पर निर्णय लिया जायेगा. यानी अब जिलाधीश, मनपा, जिला परिषद, नगर पालिका व नगर पंचायत सहित ग्राम पंचायत स्तर पर निर्णय लिया जायेगा कि, उनके कार्य क्षेत्र अंतर्गत आनेवाले स्कूलों व कालेजोें को कब से शुरू किया जायेगा.

वहीं दूसरी ओर कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मुंबई महानगरपालिका द्वारा मुंबई में आगामी ३१ दिसंबर तक स्कूलों व कालेजोें को बंद रखने का निर्णय लिया गया है. इस संदर्भ में मुंबई के मनपा आयुक्त इकबालqसह चलह ने आदेश जारी करते हुए कहा कि दीपावली पर्व के बाद मुंबई में कोरोना की दूसरी लहर आने की पूरी संभावना है. ऐसे में मुंबई मनपा परिसर में आगामी २३ अक्तूबर से किसी भी शाला को नहीं खोला जायेगा और ३१ दिसंबर तक सभी शालाओं व कक्षाओें को बंद रखा जायेगा. वहीं अब राज्य की शालेय शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने भी लगभग इस निर्णय से सहमति जताते हुए राज्य के सभी स्थानीय प्रशासन को शालाएं खोलने के संदर्भ में अपने स्तर पर निर्णय लेने का निर्देश जारी किया. बता दें कि, कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए विगत २४ मार्च से सभी शालाओं व महाविद्यालयों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था और जारी शैक्षणिक सत्र की शुरूआत हुए करीब पांच माह बीत जाने के बावजूद अब तक शालाएं एक दिन के लिए भी नहीं खुली. वहीं दूसरी ओर अक्तूबर माह से कोरोना संक्रमण की रफ्तार सुस्त होने के चलते सरकार द्वारा दीपावली पर्व के बाद शालाओ को खोलने के संदर्भ में नियोजन करना शुरू किया गया. लेकिन दशहरा व दीपावली पर्व के दौरान हर ओर पैदा हुई भीडभाड की स्थिति की वजह से कोरोना संक्रमण की रफ्तार एक बार फिर तेज होती दिखाई दे रही है. ऐसे में शालाओं को सीमित स्वरूप में खोलना भी खतरनाक हो सकता है. इस बात के मद्देनजर सरकार ने अपने फैसले में थोडा संशोधन करते हुए कहा है कि, जिन इलाकों में कोरोना संक्रमण का खतरा कम है, वहां स्थानीय प्रशासन द्वारा अपने स्तर पर शालाओं को खोलने का निर्णय लिया जाये.

  • मुंबई-दिल्ली के बीच रद्द हो सकती है ट्रेन और फ्लाईट –

दुबारा तेजी से पांव पसार रहा कोरोना विगत कुछ दिनों से देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर कोरोना की संक्रामक महामारी बडी तेजी से पांव पसार रही है. इस बात के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार द्वारा मुंबई सहित समूचे राज्य से दिल्ली एवं उत्तर भारत की ओर जानेवाली रेलगाडियों व फ्लाईट को बंद करने पर विचार किया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे ने वीडियों कॉन्फेरन्सिंग के जरिये कोरोना के संदर्भ में राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की. जिसमें रेल्वे व हवाई सेवा को कुछ समय के लिए स्थगित करने का प्रस्ताव सामने आया है. साथ ही पता चला है कि, सीएम उध्दव ठाकरे बहुत जल्द इस विषय को लेकर कैबिनेट की बैठक बुला सकते है. ज्ञात रहे कि, इस समय दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर पांव फैला रही है. वहीं महाराष्ट्र में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी आ रही है. ऐसे में राज्य सरकार द्वारा पिछले अनुभवों को ध्यान में रखते हुए समय रहते तेजी से कदम उठाये जा रहे है.

  • एमपी के ७ शहरों में फिर लग सकता है रात का कफ्र्यू

वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर सहित जबलपुर, ग्वालीयर, रतलाम, रिवा व सतना में अचानक ही कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा होना शुरू हो गया है और आये दिन बडी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज पाये जाने लगे है. जिसके मद्देनजर इन सातों शहरों में एक बार फिर रात्रीकालीन कफ्र्यू लगाया जा सकता है. इस संदर्भ में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चव्हाण ने राज्य के गृहमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव सहित इन सातों जिलों के जिलाधीशों के साथ वीडियो कॉन्फेरन्सिंग के जरिये बैठक बुलायी है. जिसमें भोपाल, इंदौर, ग्वालियर व उज्जैन के संभागीय आयुक्तों से भी बात की जायेगी. अनुमान जताया जा रहा है कि, इन सातों जिलों में रात्रीकालीन कफ्र्यू लागू करने के साथ ही रविवार को पूरे दिन का लॉकडाउन लगाया जाये, एवं कुछ जिलों के बाजारोें को बंद करते हुए बढते मामलों के मद्देनजर एक बार फिर निजी अस्पतालों का अधिग्रहण किया जाये. इसके अलावा कोरोना पर नई गाईडलाईन जारी करते हुए सभाओें एवं बडे जमावडों पर रोक लगायी जाये.

  • अहमदाबाद में फैली लॉकडाउन की अफवाह –

जरूरी चीजें खरीदने बाजारों में उमडी भीड इसके अलावा अहमदाबाद में कोरोना के बढते मामलों को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार २० नवंबर की रात ९ बजे से सोमवार २३ नवंबर की सुबह ६ बजे तक ५७ घंटे का कफ्र्यू लागू कर दिया गया है. हालांकि इसकी वजह से पूरे शहर में एक बार फिर लंबा लॉकडाउन लगने की अफवाह फैल गयी और लोगबाग जरूरी सामान खरीदने के लिए बडी संख्या में बाजार में उमड पडे. जिसकी वजह से अहमदाबाद के बाजारों में शुक्रवार की सुबह से ही जबर्दस्त भीडभाड का आलम रहा. इस भीड अधिकांश लोगबाग बिना मास्क लगाये घुम रहे है और सोशल डिस्टंqसग का कहीं कोई पालन भी नहीं हो रहा. ऐसे में यहां कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा और अधिक बढ गया है.

Related Articles

Back to top button