
अमरावती/दि. 20– जिले में फरवरी माह से ही गर्मी के मौसम में दस्तक देनी शुरु कर दी है. जिसकी वजह से बिजली की मांग में अच्छी-खासी वृद्धि हो रही है, जो आगे भी बढती ही जाएगी. इसके साथ ही रबी सीजन के दौरान फसलों की सिंचाई हेतु पानी देने के लिए भी कृषि पंपों का प्रयोग बडे पैमाने पर बढ रहा है, ऐसे में आगामी समय के दौरान विद्युत बिलों की रकम में भी इजाफा होगा.
बता दें कि, गर्मी के बढते ही घरों में पंखे, कूलर व एसी शुरु कर दिए जाते है. जिनमें सबसे अधिक बिजली खर्च होती है. इस बार फरवरी माह से ही मौसम के धीरे-धीरे गर्म होने की शुरुआत हो गई है. जिसके चलते बिजली की मांग और विद्युत बिलों की रकम में इजाफा हो रहा है.
* फरवरी से ही मांग में इजाफा
फरवरी माह से ही जिले में तापमान धीरे-धीरे बढता दिखाई दे रहा है. जिसके चलते अब रात के समय ठंड की बजाए अच्छी-खासी उमस होने लगी है. ऐसे में अब जहां एक ओर पंखे अपनी फुल स्पीड पर चल रहे है. वहीं कूलर और एसी का भी प्रयोग शुरु हो गया है, जिसकी वजह से विद्युत की मांग बढ गई है. साथ ही इस समय रबी का भी सीजन चल रहा है, ऐसे में फसलों को पानी देने के लिए किसानों द्वारा बडे पैमाने पर कृषि पंपों का प्रयोग किया जा रहा है. जिसके चलते फरवरी माह से ही बिजली की मांग में इजाफा होता दिखाई दे रहा है.
* जिले में कितनी बिजली की मांग?
जिले में जनवरी माह के दौरान 218.15 मिलीयन यूनिट की मांग थी. जिसमें फरवरी माह के दौरान वृद्धि हुई है, ऐसी जानकारी महावितरण प्रशासन की ओर से दी गई है.
* सौर उर्जा निर्मिती पर जोर
जिले में सौर उर्जा के जरिए 16 मेगावैट बिजली की निर्मिती हो रही है. वहीं पवन उर्जा के जरिए 2 मेगावैट बिजली प्राप्त हो रही है, ऐसी जानकारी भी महावितरण कार्यालय द्वारा दी गई है.
* इस समय तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि हो रही है और गर्मी का मौसम दस्तक देने लगा है. जिसकी वजह से घरेलू बिजली की मांग बढने के साथ ही रबी सीजन की वजह से कृषि पंपों के लिए भी बिजली की मांग में इजाफा हुआ है.
– दीपक देवहाते
अधीक्षक अभियंता, महावितरण.