राज्य में स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य अधूरा
11,127 की तुलना में केवल 848 स्वच्छतागृह का निर्माण
हिंगोली/ दि.4 -राज्य में स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत 11,127 सार्वजनिक स्वच्छतागृह निर्माण का उद्देश्य रखा गया था. किंतु अब तक केवल 848 ही स्वच्छतागृहों के काम किए गए है. स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत व्यक्तिगत स्वच्छतागृह निर्माण कार्य राज्यभर में युद्धस्तर पर शुरु है. इसके अलावा गांव में व ग्रामीण परिसर में भी ग्रामवासियों के लिए सार्वजनिक स्वच्छतागृहों का निर्माण किया जा रहा है.
4 यूनिट के एक स्वच्छतागृह पर 3 लाख रुपए खर्च किया जाता है. उस खर्च में 2.10 लाख रुपए स्वच्छ भारत मिशन की ओर से तथा बाकी 90 हजार रुपए ग्रामपंचायत की ओर से खर्च किए जाते है. राज्य में 11,127 सार्वजनिक स्वच्छतागृह के निर्माण का उद्देश्य रखा गया था. उसके अनुसार केंद्र सरकार व्दारा मंजूरी भी दी गई थी. अक्तूबर माह के अंत में राज्य में केवल 848 ही स्वच्छता गृहों का काम पूरा किया है.
जिला निहाय स्वच्छतागृह
स्वच्छ भारत मिशन व्दारा राज्य के जिलों में स्वच्छतागृह निर्माण को लेकर जो टार्गेट दिया गया था उसकी तुलना में स्वच्छतागृहों का निर्माण नहीं किया गया. राज्य के अहमद नगर जिले में 381 स्वच्छतागृह का निर्माण किया जाना था. किंतु प्रत्यक्ष रुप में 57 स्वच्छतागृहों का ही निर्माण किया गया. उसी प्रकार अमरावती जिले में 809 में से 70, औरंगाबाद में 342 में से 40, बडी में 300 में 65, बुलढाणा में 212 में 36, गडचिरोली में 225 में से 10, गोंदिया में 281 में से 49, हिंगोली में 218 में से 50, जलगांव में 561 में से 60 कोल्हापुर में 433 में से 12, लातुर में 193 में 20, नागपुर में 447 में से 44, नांदेड में 452 में 45, नंदूरबार में 402 में से 45, नासिक में 455 में से 17, उस्मानाबाद में 166 में से 5, पालघर में 172 में से 22, रायगढ में 663 में से 33, सांगली में 80 में से 29, सातारा में 282 में से 22, सिंधुदुर्ग में 96 में से 75, सोलापुर में 325 में से 15, वर्धा में 400 में से 2, वाशिम में 384 में से 7, यवतमाल में 250 में से 29 स्वच्छता गृह के निर्माण कार्य पूरे किए गए. उसी प्रकार अकोला जिले में 672 , भंडारा जिले में 107, चंद्रपुर में 125, गोंदिया में 79, जालना में 288, परभणी में 143, रत्नागिरी में 342, ठाणे जिले में 238 स्वच्छता गृह का उद्देश्य रखा गया था यहां एक भी स्वच्छता गृह का निमार्ण कार्य नहीं किया गया.