महाराष्ट्र

सरकार ने हलफनामा पेश करने मांगा दो सप्ताह का समय

दसवीं की परीक्षा

मुंबई/दि.२९ – राज्य सरकार ने कक्षा दसवीं की परीक्षा रद्द किए जाने के मामले में शुक्रवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में एक आवेदन दायर किया है. आवेदन में हलफनामा दायर करने के लिए दो सप्ताह का समय मांगा गया है. हाईकोर्ट ने 20 मई 2021 को राज्य सरकार से पूछा था कि, उसने कक्षा दसवीं की परीक्षा क्यों रद्द की है? इस बारे में सरकार 28 मई तक हलफनामा दायर कर स्पष्टीकरण दे किंतु राज्य सरकार ने हलफनामा दायर करने की बजाय कोर्ट में आवेदन दायर कर समय की मांग की है. स्कूली शिक्षा विभाग की ओर से दायर किए गए आवेदन में कहा गया है कि कोरोना संकट के चलते मंत्रालय मेें शिक्षा विभाग सहित अन्य विभाग 15 प्रतिशत स्टॉफ के साथ काम कर रहे हैं. इसलिए हलफनामा तैयार करने के लिए जरुरी निर्देश लेने के लिए समय दिया जाए. गौरतलब है कि, पुणे निवासी धनजंय कुलकर्णी ने राज्य सरकार की ओर से कक्षा दसवीं की परीक्षा रद्द करने के फैसले के खिलाफ अधिवक्ता उदय वारुनजेकर के मार्फत हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है.
राज्य सरकार द्बारा कक्षा दसवीं की परीक्षा रद्द किए जाने के समर्थन में एक छात्र ने बॉम्बे हाईकोर्ट में आवेदन दायर किया है. कक्षा दसवीं के छात्र रिशान सरोदे ने आवेदन में दावा किया है कि, कोरोना संकट के बीच परीक्षा का आयोजन विद्यार्थियों के लिए जोखिम भरा हो सकता है. इसलिए परीक्षा रद्द करने को लेकर राज्य सरकार के निर्णय को कायम रखा जाए. आवेदन के अनुसार इस मामले से जुडी याचिका पर सुनवाई के दौरान विद्यार्थियों की मन:स्थिति को समझने के लिए मनोवैज्ञानिकों से मदद लेनी चाहिए. क्योंकि परीक्षा रद्द होने के बाद विद्यार्थी निश्चित हो गए हैं. ऐसे में दोबारा परीक्षा के आयोजन की मांग उचित नहीं है.

Related Articles

Back to top button