मुंबई/दि.22– राज्य की अस्थीर राजनीतिक परिस्थिती का स्थानीय स्वराज्य संस्था के मुताबिक सहकारी संस्थाओं को भी झटका लगने लगा है. राज्य सरकार के लगातार हस्तक्षेप के कारण राज्य की करीबन 39 हजार सहकारी संस्थाओं के चुनाव पिछले डेढ साल से नहीं हो पाए है. पहले लोकसभा का कारण बताते हुए यह चुनाव स्थगित करनेवाली राज्य सरकार ने फिर से बारिश का कारण सामने करते हुए यह चुनाव 30 सितंबर तक स्थगित कर दिए है. इस कारण इन संस्थाओं के चुनाव अब विधानसभा चुनाव के बाद ही यानि आगामी वर्ष होने की संभावना सहकार विभाग के सूत्रों ने व्यक्त की है.
राज्य में 31 दिसंबर 2023 के अंत में चुनाव के पात्र रही 93 हजार 342 सहकारी संस्थाओं में से 50 हजार 238 संस्थाओं के चुनाव पूर्ण हुए है. जबकि चुनाव प्रक्रिया शुरु रहे सहकारी संस्थाओं की संख्या 10 हजार 783 है. इसके अलावा चुनाव प्रक्रिया शुरु न हुए 20 हजार 130 तथा चालू वर्ष में चुनाव के पात्र 8 हजार 305 ऐसे कुल 38 हजार 740 संस्थाओं की चुनाव प्रक्रिया ठप हो गई है. मार्च-अप्रैल के दौरान सहकार चुनाव प्राधिकरण द्वारा इस संस्था के चुनाव का कार्यक्रम घोषित किया गया था. लेकिन लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि पर पार्टी अंतर्गत स्थानीय संघर्ष टालने के लिए राज्य सरकार ने इस चुनाव को स्थगित करने की सूचना चुनाव प्राधिकरण को दी. इसके मुताबिक लोकसभा चुनाव के लिए सहकार विभाग के अधिकारी, कर्मचारी की सेवा संबंधित जिलाधिकारी द्वारा अधिग्रहीत किए जाने का कारण सामने करते हुए सहकार चुनाव प्राधिकरण द्वारा सभी सहकारी संस्थाओं के चुनाव 31 मई तक आगे कर दिए गए थे. लोकसभा चुनाव का रणसंग्राम समाप्त होने के बाद 10 जून से गतवर्ष के शेष और इस वर्ष के 8 हजार 305 सहकारी संस्थाओं के चुनाव की प्रक्रिया सहकार चुनाव प्राधिकरण की तरफ से शुरु की गई थी. लेकिन एक सप्ताह में ही सरकार ने फिर से यह चुनाव स्थगित करने के आदेश चुनाव प्राधिकरण को दिए है. इस बाबत का आदेश राज्य सहकारी चुनाव प्राधिकरण के सचिव अशोक गाडे ने प्रस्तुत किया. सहकारी संस्था के चुनाव जिन चरणो में आगे किए गए थे. उन चरणो से 10 जून से शुरु किए जानेवाले है.
* किसानों की परेशानी
राज्य में सभी तरफ बारिश शुरु है. किसान खरीफ सत्र की बुआई और खेती के काम में व्यस्त है. इस कारण इन किसानों को वे सभासद रहे संस्थाओं की चुनाव प्रक्रिया में शामिल होने में आनेवाली परेशानी को ध्यान में रखकर यह चुनाव 30 सितंबर तक स्थगित करने के आदेश सहकार विभाग ने गुरुवार को दिए. विशेष यानि राज्य में सितंबर माह से विधानसभा चुनाव का रणसंग्राम शुरु होनेवाला है. इस कारण इन सहकारी संस्थाओं के चुनाव अब आगामी वर्ष तक न होने की जानकारी सूत्रों ने दी.