पूर्व मुख्यमंत्रियों की अगली की अगली पीढी भी चुनावी मैदान में
पिता-पुत्र व चाचा-भतीजे को मिला है मुख्यमंत्री बनने का मौका
* कुछ के वारिसों ने चुनी अपनी अलग राह
मुंबई/दि.29– मुख्यमंत्री रह चुके कई नेताओं की अगली की अगली पीढियां भी चुनावी मैदान में उतरी है. इसमें से कुछ लोग इससे पहले भी विधायक रह चुके है. वहीं कुछ लोग पहली बार राजनीति में अपना नसीब आजमाने जा रहे है. इसमें भी यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इस बार अमित देशमुख व धीरज देशमुख तथा नीलेश राणे व नीतेश राणे जैसे दो सगे भाईयों की दो जोडियां भी चुनावी अखाडे में दिखाई दे रही है.
बता दें कि, महाराष्ट्र में हमेशा से ही बडे राजनीतिक घरानों की परंपरा चली जा रही है. परंतु अब ऐसे राजनीतिक घरानों से वास्ता रखने वाले सदस्यों के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके नेताओं के उत्तराधिकारी भी राज्य की राजनीति में सक्रिय हो रहे है. साथ ही अब ऐसे नेताओं के उत्तराधिकारियों के उत्तराधिकारी भी राजनीति में सक्रिय दिखाई दे रहे है.
* सगे भाईयों की दो जोडियां चुनावी अखाडे में
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. विलासराव देशमुख के बडे बेटे अमित देशमुख लातूर शहर निर्वाचन क्षेत्र से लगातार चौथी बार चुनाव लड रहे है. वहीं छोटे बेटे धीरज देशमुख लातूर ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से दूसरी बार चुनावी अखाडे में उतरे है.
इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके नारायण राणे के बडे बेटे व पूर्व सांसद नीलेश राणे ने ऐन चुनावी मुहाने पर भाजपा छोडकर शिंदे गुट वाली शिवसेना में प्रवेश किया है. जिन्हें शिंदे सेना ने कुदाल निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया है. वहीं छोटे बेटे नीतेश राणे भी कनकवली निर्वाचन क्षेत्र से एक बार फिर चुनाव लडने जा रहे है.
* पहले पिता, फिर बेटा बने सीए
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर रहने का सम्मान शंकरराव चव्हाण व अशोक चव्हाण इन पिता-पुत्र की जोडी के नाम रहा. वहीं अब शंकरराव चव्हाण की नातीन व अशोक चव्हाण की सुपुत्री श्रीजया चव्हाण द्वारा भाजपा की टिकट पर भोकर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लडा जा रहा है. बता दें कि, कभी कांग्रेस नेता रहने वाले अशोक चव्हाण ने आगे चलकर विधायक पद से इस्तीफा देते हुए भाजपा में प्रवेश कर लिया था. वहीं इससे पहले वर्ष 2014 में अशोक चव्हाण की पत्नी अमिता चव्हाण ने कांग्रेस की टिकट पर भोकर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीता था और भोकर निर्वाचन क्षेत्र को चव्हाण परिवार की पारंपारिक सीट माना जाता है.
* बेटा, भतीजा व पौत्र भी राजनीति में
– पूर्व मुख्यमंत्री शिवाजीराव पाटिल निलंगेकर के पौत्र संभाजी पाटिल निलंगेकर इस बार निलंगा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा की टिकट पर तीसरी बार चुनाव लडने जा रहे है.
– वहीं पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे भी दूसरी बार वरली निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव के अखाडे में उतर रहे है
– पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार के भतीजे व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार इस बार पवार परिवार का पारंपारिक गढ रहने वाली बारामती सीट से चुनाव लड रहे है. वहीं शरद पवार के पोते रोहित पवार कर्जत-जामखेड सीट से और दूसरे पोते युगेंद्र पवार बारामती सीट से ही चुनाव लड रहे है. यानि इस बार बारामती सीट पर पवार परिवार की दो पीढियों के बीच संघर्ष दिखाई देगा.
* नाईक घराने में दो बार रहा सीएम पद
– पुसद से वास्ता रखने वाले वसंतराव नाइक व सुधाकरराव नाइक इन चाचा-भतीजे ने अलग-अलग समय पर महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री पद संभाला. वहीं अब वसंतराव नाइक के पोते इंद्रनील नाइक अपने परंपरागत निर्वाचन क्षेत्र पुसद के मौजूदा विधायक है और इस बार अजीत पवार गुट वाली राकांपा की ओर से चुनाव लड रहे है. जिनके खिलाफ शरद पवार गुट वाली राकांपा से उनके सगे भाई ययाती नाइक को चुनावी अखाडे में उतारा जा सकता है.
– इसके अलावा वसंतराव के दूसरे बेटे अविनाश नाइक भी विधान परिषद सदस्य एवं राज्यमंत्री रहे. लेकिन वे आगे चलकर उद्योग व व्यवसाय के क्षेत्र में सक्रिय हो गये. वहीं वसंतराव नाइक के दूसरे पोते नीलय नाइक भी जिला परिषद अध्यक्ष व विधान परिषद सदस्य थे. साथ ही वे अब भी भाजपा में सक्रिय है. इसके अलावा सुधाकरराव नाइक के भाई मनोहर नाइक भी लंबे समय तक विधायक व मंत्री रहे.
* बेटी व दामाद भी वारिसदार
– पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बाबासाहब भोसले की बेटी सरोज भोसले ने मुंबई से विधानसभा का चुनाव लडा था. लेकिन वे पराजीत हो गई थी.
– पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अब्दूल रहमान अंतुले के दामाद मुश्ताक अंतुले भी राज्यमंत्री रहे, जो अब अजीत पवार गुट वाली राकांपा में शामिल है.
– पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण एक बार फिर चुनावी अखाडे में है. वहीं उनके बेटे दिल्ली में उद्योजक है.
– पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मनोहर जोशी के बेटे उन्मेष जोशी भी राजनीति में सक्रिय होने की बजाय अपने व्यवसायिक कामकाज में ही खुश है.