महाराष्ट्र

शाला के पोषण आहार योजना की अब होगी उड़नदस्ते द्वारा जांच

योजना अंतर्गत अनियमितता पाई जाने पर होगी कार्रवाई

पुणे/दि.30- राज्य की शालाओं में विद्यार्थियों को दिये जाने वाले पोषण आहार की जांच अब उड़नदस्ते व दक्षता पथक द्वारा की जाएगी. इसके लिए जिला, तहसील स्तर पर उड़नदस्ता व दक्षता पथक की स्थापना करने के निर्देश प्राथमिक शिक्षण संचालनालय ने दिए हैं. प्रत्येक जिलास्तर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के नियंत्रण में भरारी पथक की स्थापना कर हर महीने में कम से कम दस स्कूलों की अचानक जांच कर गैरव्यवहार होते पाये जाने पर संबंधितों पर कार्रवाई करने बाबत स्पष्ट किया गया है.
प्राथमिक शिक्षण संचालनालय के संचालक दिनकर पाटील ने इस संदर्भ में निर्देश दिये हैं. शालेय पोषण आहार योजना में विद्यार्थियों को कम आहार का वितरण करना, निकृष्ट दर्जे का आहार देना, योजना में गैर व्यवहार करना ऐसी शिकायतें प्राप्त होने से उड़नदस्ता व दक्षता पथक की स्थापना करने हेतु शासन ने मंजूरी दी है. उड़न दस्ते मार्फत महानगरपालिका, नगरपालिका, नगर परिषद, कटक मंडल एवं ग्रामीण भाग की स्कूल, केंद्रीय रसोईघर की जांच की जाये. जिलास्तर के अनुसार ही तहसील स्तर पर भी उड़नदस्ता, दक्षता पथक की स्थापना की जाये. उड़न दस्ते में जिला परिषद के दो अधिकारी, कर्मचारियों का समावेश होगा. उड़नदस्ते द्वारा शाला जांच का कार्यक्रम गुप्त रखा जाये, जिससे अचानक जांच होने पर वस्तुस्थिति ध्यान में आएगी. जांच की रिपोर्ट मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्राथमिक शिक्षणाधिकारियों को तीन दिन में प्रस्तुत करने व जिन शालाओं में योजनाओं को अमल में लाने हेतु गलती हो रही है, उन शालाओं में सुधार किया जाये.मात्र योजना के अमल में गैरव्यवहार होते पाये जाने पर कार्रवाई करने कहा गया है.

किसकी होगी जांच?
– पीने के पानी की सुविधा, हाथ धोने की सुविधा
– खाद्य पदार्थ की रिपोर्ट दर्शनी भाग में प्रदर्शित की गई है क्या?
– विद्यार्थियों के प्रमाण में चावल, अनाज का वजन कर इस्तेमाल किया जाता है क्या?
-रसोईयां, मदतनीस की हर 6 महीने में स्वास्थ्य जांच की जाती है क्या?
– विद्यार्थियों को व्यवस्थित आहार दिया जाता है क्या?
– विद्यार्थियों की स्वास्थ्य जांच
– चावल, अनाज आदि शेष व प्रत्यक्ष बचा हुआ जमा

Related Articles

Back to top button