महाराष्ट्र

जिसने जन्म दिया उसी ने ले ली जान !

बाघिन के पैरों से कुचल कर हुई शावक की मौत

मुंबई/ दि. १२ – बाघिन के पैरों से कुचल कर उसके बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई. ये घटना महाराष्ट्र के औरंगाबाद के सिद्धार्थ प्राणी संग्रहालय (Aurangabad Siddharth Zoo) में हुई है. भक्ति नाम की बाघिन ने एक हफ्ते पहले दो सुंदर से सफेद शावकों को जन्म दिया था, लेकिन उसके पैर से उसका शावक कुचला गया और उसकी मौत हो गई. इस दर्दनाक हादसे पर प्राणी संग्रहालय के कर्मचारियों और पशु प्रेमियों ने दुख व्यक्त किया है.
औरंगाबाद के सिद्धार्थ प्राणी संग्रहालय में भक्ति नाम की बाघिन ने शनिवार को अपने दो शावकों को जन्म दिया था. बाघिन का रंग पीला है लेकिन उसके दोनों शावकों का रंग सफेद था. दुर्भाग्यवश बाघिन के पैर अपने ही शावक पर पड़ गए. जिससे अधिक खून बहने की वजह से उस शावक की मौत हो गई.
शनिवार को दिए गए भक्ति के इन दो शावकों की वजह से सिद्धार्थ प्राणी संग्रहालय में सफेद बाघों की संख्या पांच हो गई थी. इतने सारे सफेद बाघों वाला सिद्धार्थ उद्यान राज्य का अनूठा प्राणि संग्रहालय माना जाता था. सिद्धार्थ उद्यान में ही समृद्धि नाम की बाघिन ने सवा तीन महीने पहले (25 दिसंबर) पांच बच्चों को जन्म दिया था. इसके बाद भक्ति बाघिन ने शनिवार को दो बच्चों को जन्म दिया था.
अब तक 42 बाघों का जन्मस्थान रह चुके सिद्धार्थ उद्यान की ख्याति बाघों के नए केंद्र के रूप में फैल रही है. फिलहाल औंरगाबाद के इस प्राणी संग्रहालय में बाघों की संख्या 15 हो चुकी है. इनमें एक का नाम वीर है, एक का नाम अर्पिता है. इस तरह एक सफेद रंग के शावक की मौत के बाद अब यह संग्रहालय 4 सफेद बाघ और 11 पीले रंग के बाघ-बाघिन का घर है. इन सारे बाघों के रख-रखाव की जिम्मेदारी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया उठा रही है.

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