फ्लेट में गांजे की खेती करने सऊदी अरब से मालिक भेज रहा था पैसे
मुंबई/दि.17 – नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने ठाणे के डोंबिवली इलाके के एक फ्लैट में हाइड्रोपोनिक पध्दति से उगाए जा रहे गांजे की खेती के मामले का भंडाफोड करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पलावा सिटी में स्थित जिस 2 बीएच के फ्लैट के गमले में गांजा उगाया जा रहा था उसका मालिक सउदी अरब में रहता है. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि फ्लैट के मालिक ने ही गांजा उगाने के लिए पैसे दिए थे. इसके लिए बीज नीदरलैंड एम्सटर्डम से मंगाए गये थे. बीज के आर्डर डार्क वेब से दिए गये थे. मामले में गिरफ्तार आरोपियों के नाम जावेद शेख और जहांगीर खत्री है. छापेमरी के दौरान फ्लैट से एनसीबी ने 1 किलो गांजा भी बरामद किया है.
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि घर रेहान खान का है. जो सऊदी अरब में रहता है. नशे की खेती के लिए पैसे वही मुहैया करा रहा था. अरशद हाइड्रोपोनिक पध्दति से गांजा उगाने में माहिर है. उगाए गये गांजे को बाजार में बेचने का काम जावेद करता था. यहां उगाए गए गांजे को मुंबई और पुणे के ड्रग पेडलर्स को 2500 रूपये प्रति ग्राम की दर से बेचा जाता था. हाइड्रोपोनिक तकनीक से उगाए गये गांजे की हाईसोसायटी की पार्टियों में बेहद मांग होती है. इस तकनीक के जरिए गांजा उगाने के लिए मिट्टी की जरूरत नहीं होती. यह पौधा तेजी से बढता है. इसलिए नशे का कारोबार करनेवाले इसे उगाने पर जोर देते है. एनसीबी अधिकारियों को जांच में पता चला है.
सुशांत मामले में फरार आरोपी
नशे के कारोबार करने वाले इस गिरोह के तार सुशांत सिंह राजपूत मामले के फरार आरोपी शाहिल शाह उर्फ फ्लाको से जुड़े हुए है. इस ड्रग्स को सोशल मीडिया के जरिए बेचा जाता था. इसके लिए बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करंसी में भी भुगतान किया जाता था. इसके अलावा एनसीबी ने एक और मामले में कार्रवाई करते हुए ओनुरा माइक नाम के साथ गिरफ्तार किया है. वह नाइजीरिया मूल के व्यक्ति से नशीले पदार्थ खरीदकर उसे मुंबई के अंधेरी, सांताक्रुज, ब्रांदा जैसे इलाको में बेचता था.
- छापेमारी के दौरान हाइड्रोपोनिक पध्दति से गांजा उगाने के सारे उपकरण जब्त किए गये है. जब्त की गई सामग्री में पीएच रेगुलेटर्स, पौधों के लिए इस्तेमाल होनेवाले पोषकतत्व, एयर सर्कुलेशन सिस्टम, सीओटू गैस सिलेंडर, फोटो सेंथिसिस साइट सिस्टम शामिल है.
– समीर वानखेडे,
डायरेक्टर, एनसीबी