बुलढाणामहाराष्ट्रमुख्य समाचारविदर्भ

सामने आयी गंजा होने की वजह

शेगांव तहसील के अनेक ग्रामों का मामला

* दूषित पानी में बढ गया नाइट्रेट का प्रमाण
बुलढाणा/ दि.9- शेगांव तहसील के अनेक ग्रामों में एक के बाद एक 50 से ज्यादा लोगों के बाल झडने के प्रकरण में प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ कि दूषित पानी में नाइट्रेट का प्रमाण बढ जाने की वजह से ऐसा हो रहा है. विशेषज्ञों ने प्राथमिक स्तर पर संबंधित लोगों और पानी की जांच पश्चात उक्त निष्कर्ष व्यक्त किया है. उल्लेखनीय है कि बोंडगांव, कालवड, कठोरा, भोनगांव, हिंगणा वैजनाथ और घुई में 52 ग्रामीणों के बाल अचानक झडने लगे और सिर पर टक्कल पडने लगी. जिससे समस्त क्षेत्र अचंभित और भयभीत हो गया था. उसी प्रकार अंधविश्वास की बातें भी हो रही थी.
डॉ. आद्रट द्बारा जानकारी
त्वचा रोग तज्ञ डॉ. बालाजी आद्रट ने बताया कि गांव के लोगों के सिर में पहले खुजली, फिर धीरे- धीरे बाल झडने की शिकायत देखी गई. तीन दिनों में ही सिर गंजा हो गया. उन्होंने बोंडगांव में 16 मरीज देखे. उसी प्रकार कालवड में 13, कठोरा में 7, हिंगणा वैजनाथ 6, घुई में 7, भोनगांव में 3 इस प्रकार 52 मरीज देखे.
पानी में विषैला घटक
बोंडगांव और खातखेड के पानी में नाइट्रेट जैसा विषैला घटक अधिक मात्रा में पाए जाने की बात का खुलासा आज हुआ. जांच में पता चला कि पानी में टीडीएस लेवल भी भयंकर बढ गई है. इसी कारण यह पानी जहर जैसा हो गया है और ग्रामीणों का सिर गंजा हो रहा है. प्रशासन ने दावा किया कि खारे पानी के इस क्षेत्र में पेयजल की अलग से व्यवस्था की गई है. इस्तेमाल के पानी में नाइट्रेट जैसी विषैली घटक बढ जाने से यह पानी इस्तेमाल के भी योग्य नहीं है.
घर- घर सर्वे
इस बीच शेगांव तहसील के स्वास्थ्य महकमे ने उपरोक्त ग्रामों के घर- घर सर्वेेक्षण शुरू किया है. आज त्वचा रोग विशेषज्ञों का दल इन गांवों में पहुंचा. उन्होंने कठोरा, बोंडगांव और हिंगणा में जांच शुरू की.फंगल इन्फेक्शन का मामला आरंभ में बताया गया था. किंतु प्राथमिक जांच में यह भी देखा गया कि बीमारी पानी की वजह से हुई है. ग्रामों से पानी और त्वचा के नमूने लिए गये हैं. सैम्पल जांच के लिए भेजे गये.

Back to top button