महाराष्ट्र

दर्जेदार पढ़ाई अंग्रेजी स्कूल में ही होती है ऐसा नहीं

राज्यस्तरीय अधिवेशन में राज्यमंत्री कडू का प्रतिपादन

मुंबई/दि.20- दर्जेदार पढ़ाई यह सिर्फ अंग्रेजी स्कूल में ही मिलती है, यह दिमाग से निकाल दें. मराठी शालाएं भी दर्जेदार शिक्षण देती है. यह हमें अभिमान से कहना होगा. हम हमारी ही भाषा को अलग रख अंग्रजी की तारीफ करते रहेंगे तो वह गलत है. ऐसा कहते हुए शालेय शिक्षण राज्यमंत्री बच्चू कडू ने राज्य की अंग्रेजी स्कूलों के संस्था चालकों के कारभार पर टिप्पणी की.
महाराष्ट्र इंग्लिश स्कूल ट्रस्टीज असोसिएशन (मेस्टा) द्वारा आयोजित यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान के राज्यस्तरीय अधिवेशन में कडू प्रमुख अतिथि के रुप में बोल रहे थे. इस समय संस्था के अध्यक्ष डॉ. संजय तायडे, प्रहार संगठना के प्रदेशाध्यक्ष अनिल गावंडे, उच्च व तकनीकी शिक्षण मंत्री उदय सामंत, ऑस्ट्रेलिया के शिक्षण मंत्री डेविड प्लॅनेट आदि उपस्थित थे.
बच्चू कडू ने कहा कि एक समय आर्थिक विषमता चलेगी. लेकिन जिस दिन देश में शैक्षणिक विषमता निर्माण होगी, उस समय देश में अराजकता फैले बगैर नहीं रहेगी. फिलहाल शैक्षणिक विषमता बढ़ रही है. आज हमारे बच्चे अच्छी स्कूल में शिक्षा ग्रहण करते हैं और हमें सुझाव देने वालों के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलती है क्या इस बाबत प्रश्न है.
पैसों के बगैर शिक्षण नहीं मिल रहा हो तो सरकार को भी कछ निर्णय लेना पड़ेगा. सभी निजी शालाओं के लोग गलत है, ऐसा नहीं, लेकिन जो शिक्षण का धंदा करेंगे, उन पर कार्यवाही करने के लिए मेस्टा के क्या कार्यक्रम है, ऐसा सवाल भी उन्होंने इस समय उपस्थित किया.

अंग्रेजी स्कूलों को आरटीई की शुल्क प्रतिपूर्ति की बकाया रकम देने का प्रयास किया जाएगा. स्कूल बस का कर माफ करने के लिए परिवहन मंत्री के साथ बैठक लेकर उस पर हल निकाला जाएगा. वहीं शिक्षकों के बीमा के लिए शीघ्र ही बैठक ली जाएगी.
– वर्षा गायकवाड़, शालेय शिक्षण मंत्री

अंग्रेजी का ज्ञान होना चाहिए. लेकिन मराठी शालाओं को बंद करने का प्लान रोकना चाहिए. बावजूद इसके अंग्रेजी शालाओं में मराठी सीखानी ही चाहिए. उच्च शिक्षण विभाग के पुणे की टीचर अकादमी में अंग्रेजी स्कूलों के शिक्षकों को आगामी वर्ष से प्रशिक्षण दिया जाएगा.
– उदय सामंत, उच्च व तकनीकी शिक्षण मंत्री

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