
* विधायक यावलकर व विधायक वानखडे रहे उपस्थित
मोर्शी /दि.29– सोमवार को तहसीलस्तरिय खरीफ 2025-26 सीजन के लिए पूर्व-मौसम समीक्षा बैठक का आयोजन स्थानीय तहसील कार्यालय में किया गया था. मोर्शी के विधायक उमेश यावलकर व तिवसा विधायक राजेश वानखडे की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में फसल बीमा का मसला गरमाया.
समीक्षा बैठक के दौरान राकांपा के रुपेश वाल्के ने तहसील में संतरा उत्पादक किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए मौसम आधारित संतरा फसल बीमा योजना का मामला उठाया. संतरा उत्पादक किसानों ने नवंबर 2024 में भारतीय स्टेट बैंक शाखा मोर्शी से 2024-25 के लिए ओला बीमा लिया और प्रीमियम राशि उनके खातों से डेबीट कर दी गई. बैठक में संतरा किसानों के साथ धोखाधडी करनेवाली बीमा कंपनी और बैंक के खिलाफ मामला दर्ज करने का मुद्दा उठाया गया तथा 15 दिन के भीतर न्याय नहीं मिलने पर प्रशासन को कडा रवैया अख्तियार करने की चेतावनी दी.
बैठक में चर्चा के दौरान बताया गया कि, सरकार ने किसानों को सटिक मौसम पूर्वानुमान उपलब्ध कराने तथा जलवायू परिवर्तन के कारण कृषि को होनेवाले संभावित नुकसान को रोकने के उद्देश्य से एक स्वचलित मौसम केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया. हिवरखेड राजस्व मंडल में एक स्वचलित मौसम केंद्र शुरु किया गया है. हिवरखेड मंडल में स्वचलित मौसम केंद्र दापोरी के बजाए मंडल के मध्य में मोर्शी तहसील के दूर के छोर पर स्थापित होने के कारण मुआवजा ट्रिगर नहीं हुआ है और हिवरखेड मंडल में हजारो संतरा उत्पादक किसान जिन्होंने फल फसल बीमा लिया है, वे फसल बीमा सहायता से वंचित हो रहे है. बैठक में उपस्थित दोनों ही विधायकों ने मामले को गंभीरता से लेकर किसानों को तत्काल समूचित राहत देने का निर्देश दिया है. रुपेश वाल्के ने मौसम केंद्र ही गलत स्थान पर स्थापित करने का आरोप लगाया है.