अमरावतीमहाराष्ट्र

अचलपुर के दरगाह शरीफ में वक्फ बचाओ सम्मेलन ऐतिहासिक रहा

अचलपुर /दि.1– वक्फ बचाव जलसा जो खासतौर पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सन लॉ बोर्ड के नेतृत्व में पूरे देश में एक मुहिम के तौर चलाई जा रही है. सरकार की ओर से वक्फ कानून में संशोधन कर नया कानून लाया गया है, वह मुस्लिम समाज में किए बदलाव से सहमत नहीं है. संसद के दोनों सदन से पारित होकर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर होने के बाद एक कानून की शक्ल लेलिया है जिस के बाद कई अपील सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई शुरू की और अब 5 मई को और सुनवाई होने वाली है. इसी दौरान ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनलॉ बोर्ड और दूसरी तंजीमो ने वक्फ बचाव पर अपनी लड़ाई का आगाज कर दिया है. इस सिलसिले में अमरावती में एक बैठक भी हुई थी, जिसमें ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनलॉ बोर्ड के माध्यम से सभी पहलुओं पर चर्चा हुई थी.
अचलपुर में पहला इजलास 28 अप्रैल सोमवार को शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक दरगाह शरीफ के टीन शेड में वक्फ बचाओ सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें कुल जमाति तंजीम के अध्यक्ष काजी ए शहर सैय्यद ग्यासुद्दीन साहब सुन्नी जमात, मौलाना मकसूद रजा साहब गरीब नवाज मस्जिद परतवाड़ा सुन्नी जमात, मौलाना मुजाहिद कासमी साहब जामा मस्जिद परतवाड़ा तबलीग जमात, मुख्रती नूरुद्दीन साहब, अब्दुल कबीर हनफी साहब इस्लामी जमात, उलमा शेख करीम साहब शिया मसलक, हाफेज अब्दुल करीम मिस्बाही साहब, अबुल हसन सर, अल्लामा मो मसूद चिश्ती साहब, अचलपुर ग्रामीण कांग्रेस तहसील अध्यक्ष नामदेवराव तनपुरे, प्रोफेसर संजय डोंगरे सर, एड. डोंगरदिवे अमरावती, डोंगरे साहब ने अपनी बात रखी. इस समय हजारों की संख्या में मुस्लिम लोग उपस्थित रहे. यह पहला मौका था, जब सभी जमातों के और हम वतन भाई एक साथ एक ही आवाज में नए वक्फ कानून का पुरजोर विरोध करते दिखे. वक्ताओं ने साफतौर पर कहा कि यह कानून मुसलमानों के हक में नहीं है और चेतावनी भी दी गई कि अगर यह कानून वापस नहीं लिया जाता है तो हम इसके लिए हमारी लड़ाई जारी रखेंगे. सरकार को कब से मुसलमानो की चिंता होने लगी, क्या सिर्फ मुसलमानों के लिए कानून बनाती रहेंगी जो खुले तौर पर बनाए जा रहे कानून मुसलमानिबके खिलाफ है, हम इस का विरोध करते है.
इस कार्यक्रम से साफ हो गया कि अब देश में इसी प्रकार के विरोध प्रदर्शन होंगे और बामसेफ के डोंगरे ने कहा कि कानून से ज्यादा अब ईवीएम हटाओ की लड़ाई लड़ना है. सभी वक्ताओं ने अपने अपने अंदाज में वक्फ बचाव पर बात रखी. इस से सफल बनाने के लिए मौलाना मकसूद रजा साहब,काजी गाजी, अब्दुल सईद मौलाना,मो साजिद फुलारी,एहतेशाम नबील, मो असलम वंजारा, सल्लू भाई, अमजद अली, नदीम उर रहमान ने प्रयास किए तो वही मंच पर काजी सैफ, पूर्व नगर अध्यक्ष हाजी मो रफीक सेठ, दरगाह कमिटी के मो खालिक जागीरदार, इमाम खतीब और उलमा मौजूद थे. अचलपुर परतवाड़ा के अलावा ग्रामीण इलाके अधिकांश मुस्लिम लोग उपस्थित थे.

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