मुंबई/दि.9 – कन्यादान यह सर्वश्रेष्ठ दान है, ऐसा कुछ महिला विधायकों के साथ ही आम लोगों की समझ व धारणा है. परंतु कन्या यह कोई वस्तू नहीं है, जिसका दान किया जाए. अत: मैं इस शब्द पर अपनी आपत्ति दर्ज करता हूं और सदन से निवेदन करता हूं कि, भविष्य में कन्यादान शब्द का प्रयोग सभागृह में न किया जाए. इस आशय का निवेदन व आवाहन विधायक बलवंत वानखडे द्बारा विधान मंडल के बजट अधिवेशन में किया गया.
कल सदन में अपने भाषण की शुरुआत करते हुए विधायक बलवंत वानखडे ने सबसे पहले सभी महिला विधायकों को विश्व महिला दिवस की शुभकामनाएं दी. साथ ही कहा कि, कहीं महिला विधायकों ने अपने भाषण में इस बात पर जोर दिया कि, महिलाएं कोई वस्तू नहीं है. लेकिन एक महिला विधायक ने कन्यादान को सर्वश्रेष्ठ दान बताया. ऐसे में यह समझ से परे है कि, जब महिलाएं कोई वस्तू नहीं है, तो उनका दान कैसे किया जा सकता है. क्योंकि दान तो किसी वस्तू का होता है. अत: प्रगतिशील महाराष्ट्र में कन्यादान शब्द का प्रयोग बंद होना चाहिए.