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… तो 15 वर्ष पुराने 6,999 सरकारी वाहन हो जाएंगे भंगार

केंद्रीय मंत्री गडकरी की घोषणा का ऐसा भी असर

* कुल 59,106 में से 11.84 फीसद वाहन होंगे निरुपयोगी
मुंबई/दि.30 – 15 वर्ष से अधिक पुराने हो चुके और अब भी सडकों पर दौड रहे वाहनों को स्क्रैप करने के संदर्भ में केंद्रीय भुतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्बारा की गई घोषणा पर यदि अमल होता है, तो राज्य के कुल 59,106 में से 6,999 वाहन कबाड हो जाएंगे. साथ ही इस निर्णय के चलते 15 वर्ष का समय पार करने वाले राज्य के विभिन्न महकमों के 2836 तथा विविध विभागों के 4136 वाहनों का प्रयोग हमेशा के लिए बंद हो जाएगा. वहीं पुलिस महकमें के एक भी वाहन को कबाड में नहीं डालना पडेगा, क्योंकि पुलिस विभाग के सभी वाहन अपेक्षाकृत नये है.
सरकारी महकमों व सरकार के अख्तियार वाले उपक्रमों के सभी वाहन 15 वर्ष बाद स्क्रैप में निकालने संबंधी निर्देश सभी राज्यों को दिये जा चुके है और इसके लिए जल्द ही स्क्रैपिंग यूनिट लगाए जाने की जानकारी केंद्रीय मंत्री गडकरी ने विगत सप्ताह ही नागपुर में दी थी. ऐसे में अब इस बात का लेखाजोखा खंगाला जा रहा है कि, किन-किन सरकारी महकमों और स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं के कितने वाहन 15 वर्ष से अधिक पुराने हो चुके है.

* स्वायत्त संस्थाओं के 4,163 वाहन हुए पुराने
राज्य के विभिन्न विभागों, स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं व पुलिस महकमे के पास कुल 59, 106 वाहन है. यदि केंद्रीय मंत्री गडकरी की घोषणा को महाराष्ट्र में लागू किया जाता है, तो इसमें से 6,999 यानि करीब 11.84 फीसद सरकारी वाहन सडक पर दौडने हेतु अयोग्य घोषित करते हुए कबाड के तौर पर स्क्रैप कर दिये जाएंगे.
– राज्य सरकार के अख्तियार में रहने वाले विविध विभागों में कुल 25,804 वाहन है. जिसमें से 11 फीसद यानि 2,836 वाहन 15 वर्ष से अधिक पुराने हो चुके है.
– मनपा, नगरपालिका व जिला परिषद सहित विविध स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं के पास 19,121 वाहन पंजीकृत है. जिसमें से 22 फीसद यानि 4,163 वाहन 15 वर्ष से अधिक पुराने है.
– पुलिस विभाग के पास 14,181 वाहन है. जिसमें से एक भी वाहन 15 वर्ष से अधिक पुराना नहीं है.

* तो 2 करोड वाहन होंगे स्क्रैप
फेडरेशन ऑफ ऑटो मोबाइल डिलर्स एसो. (फाडा) के अध्यक्ष मनीषराज सिंघानिया के मुताबिक पुराने वाहन कुछ हद तक असुरक्षित हो जाते है. साथ ही प्रदूषण भी करते है. यदि केंद्रीय मंत्री गडकरी द्बारा की गई घोषणा पर अमल होता है, तो देश में करीब 2 करोड वाहनों को स्क्रैप करना पडेगा. सरकार को चाहिए कि, पुराने वाहनों को बदलने हेतु इन्सेन्टीव किया जाए.

* धुलकणों का उत्सर्जन बढा
क्लिन मोबीलिटी कलेक्ट्रीव इंडिया के समन्वयक सिद्धार्थ श्रीवासन के मुताबिक महाराष्ट्र राज्य में 1 वर्ष के दौरान वाहनों के जरिए 170 गीगा ग्राम पीएम-10 धुलकणों के उत्सर्जन होता है. साथ ही देश में प्रतिवर्ष 2.88 गीगा टन काबर्नड्राय ऑक्साइड बाहर निकलता है. देश में होने वाले कुल प्रदूषण में से करीब 13.5 फीसद प्रदूषण केवल वाहनों के जरिए ही होता है.

* सडक हादसों का प्रमाण बढा
जनवरी 2021 के समय राज्य में 3.86 करोड वाहन थे. जिनकी संख्या जनवरी 2022 में बढकर 4.09 करोड हो गई. विगत 4 वर्षों के दौरान सडक हादसों की संख्या में 142 फीसद वृद्धि हुई है. वर्ष 2018 में 12,098 हादसे घटित होकर 12,261 मौतें हुई थी. वहीं वर्ष 2021 में 29,291 हादसे घटित हुए, जिनमें 13,346 मौते हुई.

* महाराष्ट्र में कबाड वाहनों को लेकर 3 नियम
20 अक्तूबर को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कबाड वाहनों का स्क्रैपिंग करने वालों को ब्याज व दंड माफ करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया.
– 1. केंद्रीय मोटर वाहन नियम 1,989 की धारा 51 (अ) के अनुसार पंजीयन करने की तारीख से 8 वर्ष के भीतर वाहन को स्वेच्छा से स्क्रैप करने से परिवहन वाहनों को वार्षिक कर में 10 फीसद की छूट.
– 2. पंजीयन करने के बाद 15 वर्ष के भीतर स्वेच्छा से वाहन स्क्रैप करेन से परिवहनेतर वाहनों को एक रकमी कर की राशि में 10 फीसद की छूट.
– 3. पंजीकृत वाहन स्क्रैपिंग सुविधा देने वालों के जरिए स्क्रैप किये गये वाहनों पर बकाया रहने वाला मूल मोटर वाहन कर वसूल करते हुए उस पर बकाया रहने वाले ब्याज तथा पर्यावरण कर व ब्याज की पूर्णमाफी.

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