फिर महाराष्ट्र ने एकबार बाजी मारी
सुपोषित भारत में गुजरात उत्तर प्रदेश व कर्नाटक को पीछे छोडा
मुंबई./ दि.6 – सुपोषित भारत संकल्पना के अंतर्गत पोषण आहार आंदोलन काफी तेजी से फैल रहा है. इसमें हमेशा आगे रहने वाले महाराष्ट्र ने फिर बाजी मारते हुए इस बार अपना स्थान बरकरार रखा. पोषण आहार पकवाडे में गुजरात, उत्तर प्रदेश व कर्नाटक को पीछे छोडते हुए महाराष्ट्र अव्वल रहा.
महिला बालविकास विभाग व्दारा चलाए जा रहे विभिन्न उपक्रम, अधिकारी, अंगणवाडी सेविकाओं व्दारा की गई मेहनत का नतीजा होने की बात महिला व बालविकास मंत्री एड.यशोमती ठाकुर ने व्यक्त किया. स्वास्थ्य और पोषण आहार के बारे में जनजागृति कर आहार और स्वास्थ्य संबंधि आदतों में मूलगामी बदलाव करने के लिए पोषण आहार अभियान सभी स्तर पर चलाया जाता है. कुपोषण निर्मुलन के वार्षिक लक्ष निश्चित करते हुए सरकार के विभिन्न विभागों में अभिसरन प्रणाली से यह उद्देश्य साध्य करने के बारे में कार्रवाई की जाती है. महिला व बालविकास विभाग पोषण आहार अभियान में नोडल विभाग के रुप में काम करता है. जबकि नगर विकास, ग्राम विकास, जलापूर्ति व स्वच्छता विभाग, सार्वजनिक स्वास्थ्य पोषण आहार अभियान का हिस्सा है.
समाज में आहार और स्वास्थ्य विषय के बारे में जनता में जनजागृति करने के लिए सरकार व्दारा विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे है. हर वर्ष सितंबर माह पोषण आहार के रुप में मनाया जाता है. मार्च माह में पोषण आहार पखवाडा मनाया जाता है. दोनों ही जनआंदोलनों में महाराष्ट्र में लगातार प्रथम स्थान पाया है. इस वर्ष पोषण आहार पखवाडे में पानी के महत्व, एनिमिया के बारे में जनजागृति और आहार में घर पर बनाए गए गरमागरम और ताजे पदार्थों के महत्व की संकल्पना पर आधारित विभिन्न उपक्रम लिये गए. इन उपक्रमों को लाभार्थियों ने अच्छा प्रतिसाद दिया. इससे उपक्रमों की संख्या और लाभार्थियों की संख्या देश में सबसे अधिक है. देश में पहला स्थान प्राप्त्ा करते हुए महाराष्ट्र ने लगभग 1 करोड 45 लाख 98 हजार 680 कार्यक्रम लिये. गुजरात दूसरे स्थान पर रहा. लाभार्थी की संख्या में भी महाराष्ट्र सबसे आगे है. 13 करोड 46 लाख 35 हजार 552 लाभार्थियों ने इसका लाभ लिया. लाभार्थियों की संख्या के बारे में कर्नाटक दूसरे स्थान पर है. राज्य में कार्यक्रमों की संख्या के बारे में क्रमश: रायगड, सातारा और पुणे जिला आगे रहा. लाभार्थियों के सहभाग के बारे में रायगड, परभणी तथा सातारा क्रमश: प्रथम, व्दितीय व तृतीय स्थान पर है.