… तो मुख्यमंत्री भी जनता से ही चुन लो
सरपंचों व नगराध्यक्षों के सीधे निर्वाचनवाले फैसले पर अजीत पवार का तंज
बारामती/दि.16– राकांपा नेता व विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने राज्य सरकार द्वारा नगराध्यक्ष व सरपंच का चुनाव सीधे जनता के जरिये करवाये जाने संबंधी फैसले की जमकर आलोचना करते हुए कहा कि, अगर नगराध्यक्ष व सरपंच का चुनाव सीधे जनता द्वारा करवाया जा सकता है, तो फिर मुख्यमंत्री का चुनाव भी सीधे जनता के जरिये ही कराये जाने का निर्णय लिया जाना चाहिए. इसके साथ ही पंचायत समिती सभापति, जिला परिषद अध्यक्ष तथा प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति पद के लिए भी इसी तरह से चुनाव करवाये जाये.
नगराध्यक्ष व सरपंच पद के चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा लिये गये निर्णय पर निशाना साधते हुए अजीत पवार ने कहा कि, अगर नगराध्यक्ष व सरपंच का चुनाव सीधे आम जनता द्वारा किया जाता है, तो कई स्थानों पर नगराध्यक्ष या सरपंच किसी अन्य विचार के और सदस्यों का बहुमत किसी अन्य विचार का रहने की स्थिति बन जाती है. ऐसे समय नगराध्यक्ष या सरपंच द्वारा अन्य सदस्यों को विश्वास में लिये बिना मनमाने ढंग से काम किया जाता है और सत्ता के सारे सूत्र किसी एक व्यक्ति के पास केंद्रीत हो जाते है. यह स्थिति लोकतंत्र के लिए काफी घातक है. अत: संसदीय सदनों में संसदीय पध्दति से ही काम होना चाहिए.
इसके अलावा अजीत पवार ने यह भी कहा कि, राज्य सरकार द्वारा बाजार समिती के चुनाव में किसानों को मताधिकार देने की घोषणा की गई है. यद्यपि यह स्वागतयोग्य निर्णय है, लेकिन मंडी के चुनाव का खर्च खुद बाजार समिती को उठाना पडता है और राज्य की कई फसल मंडिया इतना खर्च नहीं उठा सकती. ऐसे में जहां पर खर्च के लिए आवश्यक रकम का प्रावधान नहीं हो सकेगा, वहां पर चुनाव कैसे कराये जायेंगे, इस बात का जवाब सरकार को देना चाहिए.