शिक्षा के व्यावसायीकरण के खिलाफ लडाई तेज करने की जरूरत

एसएफआई का 19वां महाराष्ट्र राज्य अधिवेशन

* डॉ. अजित नवले का आह्वान
* नांदगांव खंडेश्वर में आयोजन
नांदगांव खंडेश्वर/दि.3-स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) का 19वां महाराष्ट्र राज्य अधिवेशन नांदगांव खंडेश्वर में उत्साह के साथ शुरू हुआ. सुबह 11 बजे एसएफआई के राष्ट्रीय महासचिव मयूख बिश्वास ने इसका उद्घाटन किया. इस अवसर पर स्वागत भाषण भारतीय कॉलेज के प्रा. डॉ. प्रशांत विघे ने राज्य भर से आए प्रतिनिधियों का स्वागत किया. शाम 6 बजे नांदगांव खंडेश्वर में राज्य अधिवेशन की आमसभा बडे उत्साह के साथ हुई. इस सभा में सैकडों छात्र, युवा और नागरिक मौजूद थे. बैठक की अध्यक्षता एसएफआई के राज्य अध्यक्ष सोमनाथ निर्मल ने की. बैठक को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के विधायक कॉमरेड विनोद निकोले, अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य महासचिव डॉ. अजीत नवले और एसएफआई के राष्ट्रीय महासचिव मयूख विश्वास ने संबोधित करते हुए मौजूदा शिक्षा व्यवस्था की खामियों, बढती बेरोजगारी पर प्रकाश डाला.
डॉ. अजीत नवले ने किसानों और छात्रों के मुद्दों को जोडते हुए मौजूदा कृषि नीतियों की तीखी आलोचना की. उन्होंने कहा, जिस तरह किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य नहीं मिलता, उसी तरह आज शिक्षा के बाजारीकरण के कारण छात्र भी शिक्षा से वंचित हो रहे हैं. बेरोजगारी के कारण युवा पीछे छूट रहे हैं. सरकार छात्रों के भविष्य को गंभीरता से नहीं देख रही है. इसलिए उन्होंने किसानों और छात्रों से एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए लडने की अपील की, ताकि शिक्षा और रोजगार की लडाई तेज हो सके.
कॉमरेड विनोद निकोले ने अपने भाषण में कहा कि शिक्षा हर छात्र का मौलिक अधिकार है और इसे व्यावसायीकरण और निजीकरण के चंगुल से बाहर निकालने की जरूरत है. उन्होंने कहा, सरकार को शिक्षा के व्यावसायीकरण को रोकना चाहिए और सभी को समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करनी चाहिए. आज ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड रहा है, जिसकी अनदेखी देश के भविष्य के लिए खतरनाक है.
एसएफआई के राष्ट्रीय महासचिव मयूख विश्वास ने केंद्र सरकार की नीतियों पर कडा प्रहार करते हुए कहा कि देश के युवाओं के पास रोजगार नहीं है, शिक्षा महंगी हो गई है. एसएफआई इस अन्याय के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन करती रही है.
उन्होंने एसएफआई छात्रों के हित के लिए, शिक्षा बचाने के लिए और संविधान मूल्यों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध होने की बात कही. इस अधिवेशन में आयोजित सभा से नांदगाव खंडेश्वर परिसर के विद्यार्थी और युवाओं में एक नया उत्साह और ऊर्जा का संचार हुआ. इस अवसर पर स्वागत समिती के कोषाध्यक्ष कॉ. श्याम शिंदे ने सभी का स्वागत किया. इस समय सुभाष पांडे, रमेश सोनुले, महादेव गारपवार, ज्ञानेश्वर शिंदे मंच पर उपस्थित थे. सभा को सफल बनाने रामदास मते, अशोक केसरखाने, दिलीप महले, अनिल मारोटकर, मोहसीन शेख, कानतेश्वर पुंड, राजेंद्र राऊत, दीपक अंबाडरे, मिलिंद चौरे, राजगुरू शिंदे, आशिष रावेरकर, मारुती बंड, राम शिंदे, सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने रैली और सभा के लिए प्रयास किए. प्रस्तावना एसएफआई के राज्य सचिव रोहिदास जाधव ने किया. आभार अमरावती जिला अध्यक्ष चैतन्य सालवन ने माना.

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