राज्य के 545 बस डिपो पर नहीं है कोई सुरक्षा रक्षक
पुलिस चौकी भी नहीं, सीसीटीवी कैमरे का भी इस्तेमाल शून्य

यवतमाल /दि.3– एसटी महामंडल की सुरक्षा का मुद्दा पुणे की घटना से चर्चा में आया है. महामंडल की चरमराई हुई आर्थिक स्थिति, खर्च पर लगाई जाती पाबंदी के कारण सुरक्षा व्यवस्था के खर्च पर भी लगाम लगाई जा रही है. इस कारण मध्यवर्ती 32 डिपो छोडे, तो राज्य के 545 बस डिपो पर कोई भी सुरक्षा रक्षक नहीं है.
महामंडल ने केवल मध्यवर्ती बस स्थानक के लिए ही सुरक्षा रक्षक का प्रावधान किया है. ऐसे डिपो जिला मुख्यालय स्थल पर है. इसमें भी एक डिपो पर 18 से अधिक सुरक्षा रक्षक न होने की शर्त है. 32 मध्यवर्ती डिपो पर प्रत्येकी 18 के मुताबिक 576 और पुणे के 2 बस डिपो पर अधिक 10 सुरक्षा रक्षक मिलाकर 586 लोगों की नियुक्ति होना आवश्यक है. लेकिन उससे भी कम लोगों में काम चलाया जा रहा है. एसटी का सुरक्षा व दक्षता विभाग यह कर्मचारियों की कमी रहने से हताश है. इस विभाग को अधिकारी सहित 6 स्थानों पर 8 पद मंजूर रहते केवल 3 लोगों के भरोसे काम चलाया जा रहा है. इसमें भी मूल काम को छोडकर उन पर अन्य जिम्मेदारी थोपी गई है. पुणे में महामंडल के 42 बस डिपो है. इसमें प्रथम श्रेणी के 7, द्वितीय श्रेणी के 12 और तृतीय श्रेणी के 23 बस डिपो का समावेश है. इसमें से स्वारगेट और शिवाजी नगर इन दो मध्यवर्ती डिपो पर प्रत्येकी 23 सुरक्षा रक्षक तैनात है. शेष 40 डिपो पर कोई भी सुरक्षा रक्षक नहीं है.
* कितने सीसीटीवी शुरु?
राज्य में 251 डिपो है. इन बस डिपो में सीसीटीवी कैमरे लगाये रहने की बात कही जाती है. लेकिन इसमें के अनेक सीसीटीवी कैमरे बंद है, ऐसा भी कहा जाता है.
* शिवशाही के कैमरे बंद
लालपरी के काफीले में 580 शिवशाही बस दाखिल हुई थी. इसमें एसी के साथ कैमरे भी थे. आज अनेक शिवशाही बस के कैमरे बंद पडे है. कुछ कैमरे के डिस्प्ले टूटे है और कुछ कैमरे गायब हो गये है.