महाराष्ट्र

राज्य के 9 लाख विद्यार्थियों का कोई पता नहीं

ड्रॉप बॉक्स में विद्यार्थियों की संख्या बढी

* शालाबाह्य छात्रों की संख्या लाखो में
मुंबई /दि. 11– हर वर्ष शिक्षा विभाग की तरफ से शालाओं में शालाबाह्य छात्रों की खोज करने के लिए अभियान चलाया जाता है. लेकिन इसमें सामने आने का प्रमाण काफी कम रहता है. इसके विपरित शिक्षा विभाग के ही स्टुडंट पोर्टल पर दर्ज रहनेवाले शालाबाह्य छात्रों की आंकडेवारी लाखों में रहने की बात सामने आई है. जबकि ड्रॉप बॉक्स में 9 लाख 75 हजार सर्वाधिक शालाबाह्य छात्र पुणे और ठाणे में है.
निरंतर शिक्षा प्रणाली में एक कक्षा के विद्यार्थी दूसरी कक्षा में जाते समय पटसंख्या संभवत: बढनी चाहिए अथवा वही रहनी चाहिए, लेकिन वह कम रही तो बाहर हुए विद्यार्थी गए कहां, इसका पता लगाने के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से मिशन ड्रॉप बॉक्स अभियान चलाया जाता है. हाल ही में शिक्षण विभाग की तरफ से शाला और मुख्याध्यापकों को ड्रॉप बॉक्स शून्य पर लाने की सूचना दी गई है. लेकिन ड्रॉप बॉक्स शून्य पर लाने में काफी दुविधा है. वह प्रत्यक्ष में संभव न रहने की बात शिक्षकों द्वारा कही जा रही है. इसके लिए शिक्षण विभाग की तरफ से पर्याय सूचित करना आवश्यक रहने की बात विशेषज्ञ व्यक्त कर रहे है.

* क्या है ड्रॉप बॉक्स?
– कक्षा पहली से बारहवीं तक पिछले वर्ष के विद्यार्थियों की पटसंख्या और उत्तीर्ण हुए विद्यार्थियों की संख्या तथा इस वर्ष के आगामी कक्षा के विद्यार्थियों की पटसंख्या निकाली जाती है.
– पिछले वर्ष जितने विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए उतने ही विद्यार्थियों की पटसंख्या आगामी कक्षा में रहना आवश्यक है. लेकिन वह गत वर्ष से कम पाई गई तो किस कारण से यह विद्यार्थी दर्ज नहीं हो पाए इसकी जानकारी शिक्षण विभाग को रहना अपेक्षित है.
– विद्यार्थियों निजी शाला में प्रवेश लिया अथवा शिक्षण छोडा, दैनंदिन शाला की बजाए अन्य माध्यम से शिक्षण लिया अथवा उसका दूसरे जिले में स्थलांतर हुआ, यह देखने के अभियान को मिशन ड्रॉप बॉक्स नाम दिया गया है.

* उपाययोजना आवश्यक
ड्रॉप बॉक्स शून्य पर लाने दुविधा हो रही है. इसके लिए निश्चित उपाययोजना आवश्यक है. विद्यार्थी अन्य शाला में प्रवेश लेने तक वह ड्रॉप बॉक्स में न दिखाए जाए अथवा निश्चित माह की कालावधि के बाद उसे निकालने की अनुमति शिक्षण विभाग द्वारा शालाओं को दी जाए. जिससे शाला को ड्रॉप बॉक्स शून्य पर लाने में संभव हो सकेगा.
– संजय पाटिल, माध्य. व उच्च माध्य. शाला मुख्याध्यापक संगठना, मुंबई.

जिला                    ड्रॉप बॉक्स विद्यार्थी            कुल शालाबाह्य                आगामी कक्षा में दर्ज नहीं                    कुल स्थलांतरित
ठाणे                      1,13,826                         13,919                              96,436                                           632
पुणे                       1,00,316                         12,463                              74,129                                          7,849
मुंबई-2                  59,340                           4,668                                46,626                                           531
छ. संभाजीनगर       58,689                           5,351                                 52,718                                           239
पालघर                  54,261                           7,750                                 45,514                                           677
मुंबई उपनगर         51,163                          13,933                                36,292                                           770

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