आज से 57 दिनों तक शादी-ब्याह की धूमधाम पर लग जाएगा ब्रेक
13 मई को तिथि नहीं से वोट प्रतिशत बढेगा!
छत्रपति संभाजीनगर/दि.3–चुनाव प्रचार के दौरान अगर कोई शादी समारोह हो तो यह उम्मीदवारों के लिए जश्न जैसा होता है. क्योंकि, शादी-ब्याह में हजारों मतदाता एक जगह मिलते हैं और प्रचार भी अप्रत्यक्ष रुप से हो जाता है. हालांकि, यदि मतदान के दिन शादी की तिथि है, तो मतदानका प्रतिशत उस दिन गिर जाता है. लेकिन, 3 मई से अगले 57 दिनों के लिए शादी- ब्याह की धूमधाम पर ब्रेक लग जाएगा.13 मई को मतदान के दिन कोई विवाह का मुहूर्त नहीं, इससे न केवल उम्मीदवारों को बल्कि चुनाव प्रणाली को भी राहत मिली है. राज्य में 7 और 13 मई को 22 सीटों पर मतदान होनेवाला है.
* मई में सिर्फ दो तिथियां
-पंचांग में मई माह में केवल दो ही विवाह तिथियां दी गई है.
-इसमें 1 और 2 मई को तिथि थी.
-3 मई को कोई विवाह मुहूर्त नहीं है. अगला मुहूर्त 29 जून को है.
* प्रचार तंत्र कम दबाव
-राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के लिए प्रचार की कमान संभाल रहे कार्यकर्ताओं ने बताया कि, इस साल सोमवार 13 मई को शादी की कोई तिथि नहीं है. इसके चलते प्रचार तंत्र पर दबाव कम हो गया है.
-यदि 13 मई को तिथि होती तो शादी के मंडप से लोगों को आग्रह करने मतदान केंद्र तक लाना पडता था. हालांकि, उन्होंने कहा कि, गर्मी के कारण मतदाताओं को मतदान के लिए घर से बाहर निकालना एक बडी चुनौती होगी.
* विवाह और उपनयन संस्कार में प्रचार
लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में पिछले दो दिनों में प्रत्याशी कई मंगल कार्यालयों में गए और विवाह समारोहों में शामिल हुए. उपनयन संस्कार समारोह में भी अप्रत्यक्ष प्रचार कर मौके का लाभ उठाया. वजह एक होती है कि, यहां हजारों लोग एकसाथ मिलते है.