बढे हुए संपत्ति कर से मिलेगी पूरी राहत, दरवृद्धि का निर्णय होगा रद्द
विधायक सुलभा खोडके ने दरवृद्धि को मिली स्थगिति पर कहा
* मध्यवर्ती बस स्थानक के कायाकल्प हेतु उपलब्ध कराई 25 करोड रुपयों की निधि
* विशेष साक्षात्कार में विकास के विजन को लेकर दी जानकारी
भाग-2 (अंतिम)
अमरावती/दि.19 – विगत 5 वर्ष के कार्यकाल दौरान अमरावती शहर की मौजूदा समस्याओं को हल करने के साथ-साथ आने वाले वक्त के दौरान शहर की बढने वाली जरुरतों का अभी से समाधान खोजने का मैंने अपनी ओर से पूरा प्रयास किया. जिसके सार्थक नतीजे भी सामने आये है. इसके तहत जहां एक ओर करीब 865 करोड रुपयों की निधि के जरिए सिंभोरा बांध से अमरावती शहर तक जलापूर्ति हेतु नई पाइप लाइन डाली जाएगी. जिसके चलते शहर में नियमित व पर्याप्त जलापूर्ति हो सकेगी और वर्ष 2055 तक अमरावती शहर को जलापूर्ति के मामले में किसी भी समस्या या दिक्कत का सामना नहीं करना पडेगा. वहीं शहर सहित जिले की लगातार बढती जाने वाली जरुरत को ध्यान में रखते हुए अमरावती के मध्यवर्ती बस स्थानक का भी विस्तार व विकास करने की योजना बनाई गई है. जिसके लिए 25 करोड रुपयों की निधि को मंजूरी प्राप्त हुई है और जल्द ही मध्यवर्ती बस स्थानक की 11 फ्लैटफार्म वाली पुरानी इमारत के स्थान पर 25 प्लेटफार्म वाली सर्वसुविधायुक्त नई इमारत का निर्माण शुुरु किया जाएगा. इस आशय की जानकारी देने के साथ ही विधायक सुलभा खोडके ने बताया कि, उन्होंने शहरवासियों को हो रही दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए मनपा द्वारा संपत्ति कर की दरों में की गई वृद्धि को राज्य सरकार से स्थगिति दिलवाई है और जल्द ही संपत्ति कर वृद्धि के संदर्भ में मनपा प्रशासन द्वारा लिये गये निणर्य को राज्य सरकार द्वारा रद्द कर दिया जाएगा. जिसके चलते अमरावती शहरवासियों को इस दरवृद्धि से स्थायी तौर पर राहत मिल जाएगी.
गत दो दिन पूर्व अपने जन्मदिवस की पूर्व संध्या पर दैनिक अमरावती मंडल के साथ विशेष तौर पर बातचीत करते हुए विधायक सुलभा खोडके ने अमरावती शहर के विकास को लेकर रहने वाले अपने विजन के संदर्भ में खुलकर बात की. जिसमें उनका मुख्य फोकस शहर को नियमित जलापूर्ति उपलब्ध कराने, शहर के मध्यवर्ती बस स्थानक का विकास व विस्तार करने तथा मनपा क्षेत्रवासियों को संपत्तिकर की दरवृद्धि से राहत दिलाने पर रहा. साथ ही इस बातचीत में उन्होंने अमरावती शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाये रखने की संकल्पना पर भी विशेष जोर दिया.
* 25 करोड रुपयों की निधि से एसटी डिपो का होगा कायाकल्प
इस विशेष साक्षात्कार में विधायक सुलभा खोडके ने बताया कि, करीब 5 से 6 दशक पहले सायंस्कोर मैदान के समक्ष राज्य परिवहन निगम के मध्यवर्ती बस स्थानक की इमारत का निर्माण किया गया था और तब से लेकर अब तक यह बस स्थानक जस का तस है. यहां पर किसी भी तरह की सुविधाओं में इजाफा तो नहीं हुआ, बल्कि इतने वर्षों के दौरान मुख्य बस स्थानक की इमारत पुरानी होने के साथ ही काफी हद तक जर्जर भी हो गई. जबकि इस दौरान यात्रियों और बसों की संख्या में कई गुना सहित वृद्धि हुई है और आने वाले वक्त में भी इसमें इजाफा होगा. जिसे ध्यान में रखते हुए मध्यवर्ती बस स्थानक का विकास व विस्तार करना बेहद जरुरी हो चला है. अपनी इसी सोच के तहत उन्होंने राज्य के उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्री अजीतदादा सहित राज्य के परिवहन मंत्री के समक्ष अमरावती के मध्यवर्ती बस स्थानक के विकास व विस्तार के संदर्भ में चर्चा की तथा 2 अलग-अलग प्रस्ताव बनाकर भेजे. जिन्हें राज्य सरकार द्वारा मंजूरी प्रदान की गई है. विधायक सुलभा खोडके ने बताया कि, अमरावती के मुख्य बस स्थानक के पीछे ही यांत्रिक विभाग हेतु काफी बडी जगह छोडी गई है. इस यांत्रिक विभाग को अब जल्द ही रापनि के तपोवन परिसर स्थित वर्कशॉप में स्थलांतरीत कर दिया जाएगा. जिसके बाद बस स्थानक एवं यांत्रिक विभाग की पूरी जमीन का उपयोग करते हुए नये सिरे से बस स्थानक की सर्वसुविधायुक्त नई इमारत का निर्माण किया जाएगा. इस समय मुख्य बस स्थानक पर कुल 11 प्लेटफार्म है. वहीं नये बस स्थानक में कुल 25 प्लेटफार्म रहेगे. साथ ही साथ रापनि यात्रियों के लिए विभिन्न तरह की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी. इसके अलावा मुख्य बस स्थानक के दर्शनीय हिस्से में एक तरह से व्यापारिक संकुल भी साकार किया जाएगा. ताकि इस जरिए भी रापनि को प्रतिवर्ष अच्छी खासी आय होती रहे. विधायक सुलभा खोडके ने बताया कि, अमरावती के मुख्य बस स्थानक के विकास हेतु 14.50 करोड व 10.50 करोड रुपयों की लागत वाले 2 प्रस्तावों को राज्य सरकार की ओर से मंजूरी प्राप्त हो चुकी है. जिसके चलते अब जल्द ही रापनि की मध्यवर्ती कार्यालय द्वारा उनके अपने पैनल पर रहने वाले आर्किटेक्ट के जरिए मुख्य बस स्थानक की जमीन का मुआयना करते हुए नये बस स्थानक की इमारत का नक्शा तैयार किया जाएगा. जिसके बाद निविदा प्रक्रिया को पूरा कर नये बस स्थानक के निर्माण का काम शुरु किया जाएगा.
* निश्चित तौर पर रद्द होगा बढा हुआ संपत्ति कर
– कर अदा कर चुके लोगों की रकम भी होगी समायोजित
विगत कुछ समय से अमरावती शहर में मनपा द्वारा संपत्ति कर में की गई भारी भरकम वृद्धि को लेकर अच्छा खासा हंगामा मचा हुआ है तथा शहर के खासोआम नागरिकों द्वारा संपत्ति कर की दरों में की गई वृद्धि को वापिस लिये जाने की मांग की जा रही है. साथ ही साथ इस विषय को लेकर अच्छी खासी राजनीति भी हो रही है. इस विषय की ओर ध्यान दिलाये जाने पर विधायक सुलभा खोडके ने कहा कि, वे आम जनता के हितों से जुडे मुद्दें को लेकर बेवजह की राजनीति करने में कोई रुची नहीं रखती, बल्कि उनका पहले दिन से यह प्रयास रहा कि, संपत्ति कर की दरों में की गई वृद्धि को खारिज किया जाना चाहिए. विधायक खोडके के मुताबिक यह पूरी तरह से प्रशासक राज के दौरान मनपा के तत्कालीन आयुक्त द्वारा लिया गया मनमाना निर्णय है. जिसे लेकर उन्होंने डेप्यूटी सीएम व वित्तमंत्री अजीतदादा पवार के साथ कई दौर की बातचीत भी की तथा इस अन्यायकारक दरवृद्धि को वापिस लिये जाने के संदर्भ में जरुरी पत्रव्यवहार करते हुए इसके खिलाफ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से स्थगनादेश भी प्राप्त किया. साथ ही उन्होंने यह मांग भी उठाई कि, अब तक अमरावती शहर के जिन लोगों ने बढी हुई दरों के के तहत अपने संपत्तिकर के देयकों का भुगतान किया है. उनके द्वारा भरी गई अतिरिक्त रकम को अगले वर्ष के देयक में समायोजित किया जाये. उनकी इस मांग को भी सीएम शिंदे व राज्य सरकार द्वारा मंजूर किया गया है. ऐसे में स्पष्ट है कि, संपत्ति कर की दरवृद्धि को स्थगिति मिल जाने के बाद अब जल्द ही राज्य सरकार द्वारा इस दरवृद्धि को निश्चित तौर पर रद्द भी कर दिया जाएगा.
* दरवृद्धि की स्थगिति को लेकर श्रेयवाद की लडाई हास्यास्पद
यह जानकारी देने के साथ ही विधायक सुलभा खोडके ने यह भी कहा कि, अमरावती मनपा क्षेत्र से वास्ता रखने वाले कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा संपत्ति कर की दरवृद्धि को मिली स्थगिति का श्रेय लूटने का प्रयास किया जा रहा है, जो अपने आप में बेहद हास्यास्पद है, क्योंकि ऐसे लोगों ने इसके लिए कोई प्रयास नहीं किये. वहीं खुद उनके (खोडके) पास इस संदर्भ मेें किये गये तमाम पत्रव्यवहार के दस्तावेज उपलब्ध है. साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय से भी उनके ही नाम पर संपत्ति कर को दी गई स्थगिति का पत्र भी जारी हुआ है.