नई मुंबई/दि. 15– समृद्धि महामार्ग पर बढती दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए राज्य सडक विकास महामंडल अथवा एमएसआरडीसी ने जगह-जगह 19 फूड कोर्ट निर्मिती का निर्णय लिया है. इस फूड कोर्ट की निविदाओं को 11 कंपनियों ने प्रतिसाद दिया है. इस कारण अब यात्रियों को समृद्धि पर खाने की परेशानी दूर होनेवाली है. 18 में से 3 फूड कोर्ट ठाणे जिले में रहनेवाले है.
60 साल के किराए पट्टे पर महामार्ग के दोनों तरफ से फूड कोर्ट रहनेवाले है. इसके लिए एमएसआरडीसी ने दो चरणों में निविदा मंगवाई थी. गत वर्ष मंगवाई निविदा में अॅप्को इन्फ्राटेक ने ठेका हासिल किया था. लेकिन बाद में संबंधित कंपनी आवश्यक निधि उपलब्ध नहीं कर पाई. इस कारण ठेका रद्द किए जाने की जानकारी सूत्रों ने दी. दो चरणों में मंगवाई इस निविदा को अब 11 कंपनियों ने प्रतिसाद दिया है. यात्रियों के खाने की सुविधा भले ही हुई हो. फिर भी पेट्रोल पंप का मुद्दा अभी भी कागजपत्रों पर ही है. इस कारण टंकी फूल कर समृद्धि से सफर करना पडेगा.
* आमने से इगतपुरी 40 मिनट में
समृद्धि महामार्ग को महामुंबई को जोडनेवाला इगतपुरी से ठाणे के आमने यह 76 किलोमीटर का अंतिम चरण जल्द शुरु होनेवाला है. कसारा घाट के कारण यह काम नहीं हो पाया था. लेकिन कसारा घाट के अंडरपास सहित अन्य सभी काम पूर्ण होने की कगार पर है. इस कारण आमने से इगतपुरी के दौरान का सफर 90 मिनट पर से 40 मिनट तक कम होनेवाला है.
* तीन इंटरचेंज के कारण कनेक्टीवीटी बढेगी
इगतपुरी से कसरा सेक्शन में भारत का सबसे बडा चौडा 17.5 मीटर का अंडर पास और इगतपुरी का 8 किलोमीटर का राज्य के सबसे लंबे अंडरपास का समावेश है. इसमें 11 किलोमीटर चौडा वायडक्ट है. जिसमें शहापुर के सबसे उंचे वायडक्ट 28 मंजिल इमारत के बराबर का 84 मीटर उंचा है.
* निविदा को प्रतिसाद दी कंपनियों के नाम
– फेज-1 : आनंदतारा इन्फ्रास्ट्रक्चर, डीपी असोसिएट्स, मेहरा अँड कंपनी, मिस्टिकल टेक्नोप्लास्ट, प्रकाश बलवंत मेंगणे, शक्ति फाइफस्पेसेस, एसडीएम व्हेंचर्स.
– फेज-2 : आराहा हॉस्पिटॅलिटी, दीप्सिखा फ्रेश फूड, राजेंद्र सुखदेव मिरगणे, सिग्मा लैंडकॉन एलएलपी.