महाराष्ट्रविदर्भ

राज्य में होगी ६ पशुवैद्यकीय अधिकारियों की भर्ती

प्रतिनिधि/दि.१७

नागपुर – वन विभाग में विशेष तौर पर व्याघ्र प्रकल्प में वन्यजीवों की देखभाल व उपचार के लिए ६ पशु चिकित्साधिकारियों (गट-अ) की भर्ती की जाएगी. इसमें नागपुर भी शामिल है. यह जानकारी गुरुवार को नागपुर आए वनमंत्री संजय राठोड ने दी. उन्होंने ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर का निरिक्षण किया. इस दौरान उन्हें यहां वन्यजीवों को ठिक करने के लिए इस्तेमाल में लाए जानेवाले उपकरण आदि दिखाए गए.  वन्यजीवों को तत्काल मिलेगा उपचार राज्य में ६ राष्ट्रीय उद्यान व ४९ अभयारण्य व ६ व्याघ्र प्रकल्प हैं. इनमें ३१२ बाघ मौजूद हैं. कई बार व्याघ्र प्रकल्प क्षेत्र व इससे लगकर निवासी क्षेत्रों के आसपास वन्यजीव दुर्घटना में घायल हो जाते है. ऐसे में इन्हें तत्काल उपचार की आवश्यकता होती है. जब वन्यजीवों के उपचार के लिए पशु चिकित्सक नहीं मिलते हैं, तो इनकी मौत भी हो जाती है. इसे देखते हुए वन विभाग में प्रशिक्षित किए जाएंगे. राज्य में पशुवैद्यकीय अधिकारी उपलब्ध होने से गोरेवाडा, संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान व माणिकडोह जुन्नर में वन्यजीव बचाव केंद्र व चंद्रपुर, वडाडी, नवगांवबांध, सेमिनरी हिल्स नागपुर आदि का फायदा मिलेगा. वन अमृत उपजीविका बिक्री केंद्र का उद्घाटन वन मंत्री ने विधायक आशिष जैस्वाल की उपस्थिति में सेमिनरी हिल्स में शुरु किए गए वन अमृत उपजीविका प्रकल्प अंतर्गत बिक्री केंद्र का उद्घाटन किया. इस अवसर पर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन बल प्रमुख) डॉ. एन रामबाबू आदि उपस्थित थे. इस बिक्री केंद्र में २०० गांवों की २०० महिलाओं को काम मिला हैं. यहां खाद्य पदार्थ आदि चीजें बनाकर बेची जाएंगी.

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